कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के महाकाली मंदिर को तोड़ दिया था, पीएम नरेंद्र मोदी 500 साल बाद आज उसी मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराकर फिर से देशवासियों को समर्पित करेंगे. इस ऐतिहासिक मंदिर से लाखों श्रद्धालु जुड़े हुए हैं और सभी उसके पुनरुद्धार से बहुत खुश हैं.
सुल्तान महमूद ने तोड़ दिया था मंदिर का शिखर
रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात के पंचमहाल जिले में पावागढ़ (Kalika Temple in Pavagadh) में पहाड़ी के शिखर पर कालिका माता का मंदिर बना हुआ है. इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था. मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगड़ा ने 15वीं सदी में चम्पानेर पर किए गए हमले के दौरान इस मंदिर के शिखर को ध्वस्त कर दिया था. इसके साथ ही वहां पर पीर सदनशाह की दरगाह बना दी गई थी. चूंकि मंदिर के शिखर पर दरगाह मैनेजमेंट का कब्जा था. इसलिए इतने सालों तक वहां पर कोई शिखर या खंभा भी नहीं लगाया जा सका, जिससे पर मंदिर की पताका फहराई जा सके.
बातचीत के बाद मंदिर के शिखर से हटी दरगाह
कालिका मंदिर (Kalika Temple in Pavagadh) के ट्रस्टी अशोक पांड्या ने बताया कि मंदिर के शिखर से दरगाह के शिफ्ट करने के लिए उसके मैनेजमेंट से की गई. कई दौर की बातचीत के बाद दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने इस अनुरोध को मान लिया और मंदिर का ऊपरी शिखर खाली कर दिया. जिसके बाद वहां पर पताका फहराने के लिए खंभा लगाने के लिए मार्ग प्रशस्त हो सका.
विश्व विरासत की सूची में शामिल है मंदिर
रिपोर्ट के मुताबिक ऐतिहासिक महत्व का यह मंदिर (Kalika Temple in Pavagadh) चम्पानेर-पावागढ़ पुरातात्विक पार्क का हिस्सा है. यूनेस्को ने इस मंदिर को विश्व विरासत की सूची में शामिल कर रखा है. इस मंदिर में दर्शनों के लिए रोजाना सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचती है. इस मंदिर के सौंदर्यीकरण पर 125 करोड़ रुपये का खर्च किया गया है. इसमें मंदिर के आसपास के इलाके का सौंदर्यीकरण और सीढ़ियों को चौड़ा करने का काम शामिल है.
पीएम मोदी आज रहेंगे गुजरात के दौरे पर
पीएम नरेंद्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इस दौरान वे पावागढ़ में पुनर्विकसित श्री कालिका माता मंदिर (Kalika Temple in Pavagadh) का उद्घाटन भी करेंगे और 500 साल बाद मंदिर की पताका फहराएंगे. वे वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में हिस्सा लेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री सूरत, उधना, सोमनाथ और साबरमती स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ-साथ रेलवे की अन्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे.
