बहराइच. उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद स्थित कैसरगंज में 17 दिन पहले मिले शव के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए एक महिला 3 अन्य समेत 4 को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, इस शख्स की हत्या उसकी पत्नी ने ही अपने भाई और दो अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर की थी. हत्या का राज़ खुलने के बाद ये सभी फरार हो गए थे, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस कई दिनों से इनकी तलाश कर रही थी.
पुलिस ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कैसरगंज इलाके के चुल्म्भा गांव से संतोष नाम का शख्स लापता हो गया था. पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट मिलते ही उसकी तलाश शुरू कर दी. इस दौरान 29 मई को तिवारीपुर नहर पुलिया के पास उसकी लाश मिली.
पुलिस ने फिर इस मामले में मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो उसकी बातों पर शक हुआ. इस दौरान वह बार-बार अपना बयान बदल रही थी. ऐसे में पुलिस का शक उस पर गहराता जा रहा था. इसी बीच वह महिला, उसका भाई और दो अन्य लोग लापता हो गए. इस पर पुलिस का शक पुख्ता हो गया.
ऐसे में पुलिस ने इन सभी को सर्विलांस पर डाल दिया, जिसकी मदद से 16 दिन बाद ये चारों लोग पकड़े गए. पुलिस ने इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि इन्हें जेल भेजने की कवायद शुरू कर दी गई है.
पुलिस के मुताबिक, संतोष सिंह नाम का शख्स जमीन बेचकर शराब पीता था, जो कि पत्नी को पसंद नहीं था. पत्नी को डर था कि संतोष अपने नशे की खातिर कहीं बाकी बची जमीन भी न बेच दें. उसके नशे की लत से उसकी पत्नी रीता काफी परेशान रहती थी. इसी बीच एक दिन रीता ने गोंडा जिले के वजीरगंज थाने में स्थित डुमरियाडीह गांव में रहने वाले अपने भाई अजय सिंह को संतोष से छुटकारा दिलाने की बात कही.
एसपी कुंवर ज्ञानन्जय सिंह ने बताया कि इसके बाद रीता अपने पति संतोष को मायके ले गई, जहां उसके भाई अजय ने उसे शराब पिलाई और फिर जब वह नशे में धुत्त हो गया तो उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद रामेंद्र नामक गांव के ही एक शख्स को बुलाकर बाइक के जरिये शव कैसरगंज भिजवा दिया. इसके बाद वहां पर पहले से मौजूद पारसनाथ सिंह ने शव छिपाने में पूरा सहयोग किया.
उन्होंने बताया कि महिला द्वारा जुर्म स्वीकार किए जाने के बाद पुलिस ने उसके भाई और अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक भी पुलिस ने बरामद कर ली है.
