नई दिल्ली। कोरोना महामारी की वजह से करीब दो साल से चार धाम यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। जिसके बाद अब 3 मई 2022 से फिर से चार धाम यात्रा की शुरुआत की गई। इस दौरान लाखों की संख्या में यात्री भगवान के दर्शन करने पहुंचे। दुखद खबर ये है कि चार धाम यात्रा की शुरुआत के बाद से अबतक 41 लोगों की मौत हो गई।
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से श्रद्धालुओं की रिपोर्ट मांगी थी। इस रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धालुओं की मौत का प्रमुख कारण यात्रा मार्ग में ऑक्सीजन की कमी को बताया है। इसके साथ ही दर्शनार्थियों की मौत का कारण हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियां, पहाड़ी पर चढ़ने संबंधी बीमारियां भी बताई जा रही हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, चार धाम यात्रा के दौरान इससे पहले भी 2019 में 90 श्रद्धालु, 2018 में 102 श्रद्धालु और 2017 में 112 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। ऐसे में यात्रा के दौरान सबको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके। चार धाम यात्रा में हो रहे इस घटना और उमड़ी भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हेल्थ एडवाइजरी जारी की है।
इन परेशानियों का करना होगा सामना
चार धाम यात्रा 2022 : चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेल्थ एडवाइजरी में बताया गया है कि चार धाम यात्रा में सारे तीर्थस्थल हिमालय के ऊंचे क्षेत्रों में हैं, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मीटर से भी अधिक है। इन स्थानों में श्रद्धालुओं को अधिक ठंड, कम ह्यूमिडिटी, अधिक अल्ट्रा वॉयलेट रेडिएशन, हवा का कम दबाव और ऑक्सीजन की कमी जैसी परेशानियां हो सकती है। इन समस्याओं के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार द्वारा हेल्थ एडवाइजरी जारी की गई है। इसके अनुसार आपको इन नियमों का पालन करना होगा।
स्वास्थ परिक्षण जरूर कराएं
चार धाम यात्रा एक कठिन यात्रा है। इस दौरान हेल्थ स्क्रीनिंग यानी स्वास्थ परीक्षण जरूर कराएं। स्क्रीनिंग कराते समय डॉक्टर को बताएं कि आप कहां जा रहे हैं। रिपोर्ट देखने के बाद अगर आपको चिकित्सक यात्रा का सुझाव देते है तभी यात्रा के लिए जाएं। आप या आपके साथ जाने वाला कोई व्यक्ति पहले से बीमार है तो डॉक्टर का पर्चा, डॉक्टर का इमरजेंसी मोबाइल नंबर और जरूरी दवाइयां साथ रखें ताकि जरूरत पड़ने पर हर चीज समय पर उपलब्ध हो सके।वृद्ध और कोरोना पॉजिटिव जाने से बचे
उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी हेल्थ एडवाइजरी में कहा गया है कि वृद्ध लोगों को फिलहाल चार धाम यात्रा जाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही ऐसे लोग जो पहले कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं, उन्हें भी वहां जाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि वृद्ध और कोरोना पॉजिटिव हुए लोगों को ऑक्सीजन संबंधित समस्या अधिक हो सकती है।साथ रखें ये जरूरी सामान
चार धाम यात्रा 2022 : चार धाम यात्रा के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में चलने पर थकान काफी हो जाती है इसलिए तीर्थस्थल पर पहुंचने से पहले सभी को कम से कम एक दिन आराम जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही पहाड़ों पर मौसम अक्सर बदलता रहता है। कभी बहुत ठंडी तो कभी बहुत गर्मी पड़ती है। ऐसे में लोग मौसम के मुताबिक कपड़े लेकर नहीं जाने से बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए गर्म और ऊनी कपडे साथ में रखें। साथ ही पहाड़ों में अचानक बारिश भी हो सकती है तो यात्रियों को रेनकोट समेत जरूरी चीजें भी साथ में रखना चाहिए।इन लक्षणों वाले यात्री रहें सावधान
हेल्थ एडवाइजरी में ये कहा गया है कि हार्ट और सांस संबंधित समस्याएं, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज वाले मरीज ऊंचाई वाली जगह पर सावधान रहें। इसके साथ ही ऐसे लोग जिन्हे सिर दर्द, चक्कर आना, घबराहट, हार्ट रेट तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पैर का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खांसी होना या कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो पास के स्वास्थ केन्द्र पर तुरंत मदद के लिए जाएं या फिर हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल करें।मादक के सेवन से परहेज करें
चार धाम यात्रा पर धूम्रपान और मादक पदार्थों के सेवन करने से परहेज करें। तेज धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन SPF 50 का इस्तेमाल करें। इसके अलावा यूवी किरणों से बचने के लिए सनग्लासेस का उपयोग करें। चढ़ाई के दौरान पानी पीते रहें और ज्यादा समय तक भूखे पेट न रहें। एक साथ लंबी दूरी तक न चलें, बीच-बीच में आराम भी करें।
