सूर्यास्‍त के समय नहीं करने चाहिए ये काम, इन कामों को करने से होता है नुकसान , धन की स्‍वामी मां लक्ष्‍मी हो जाती हैं नाराज

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हिंदू धर्म, वास्‍तु शास्‍त्र, ज्‍योतिष आदि में हर दिन और यहां तक कि दिन-रात के अलग-अलग समयों को लेकर कई महत्‍वपूर्ण बातें बताई गईं हैं. इसके तहत किस काम को करने के लिए कौन सा समय उचित है और कौन सा नहीं, इस बारे में भी विस्‍तार से बताया गया है. वास्‍तु शास्‍त्र के मुताबिक सूर्यास्‍त के समय कुछ काम नहीं करने चाहिए क्‍योंकि इन्‍हें करने से नकारात्‍मकता आती है. सूर्यास्‍त के समय किए गए ये काम जीवन में धन हानि, बीमारियों जैसी मुसीबतों का कारण बनते हैं.

सक्रिय रहती हैं नकारात्‍मक शक्तियां

शास्‍त्रों के मुताबिक सूर्यास्‍त के समय और इसके बाद नकारात्‍मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं इसलिए इस दौरान कुछ काम नहीं करने चाहिए. साथ ही इस समय देवी-देवताओं की आराधना करनी चाहिए. ऐसा करने से नकारात्‍मक शक्तितयों का असर नहीं पड़ता है. आइए जानते हैं शाम के समय कौन से काम नहीं करने चाहिए.

– शाम के समय कभी भी घर का मुख्‍य दरवाजा बंद न रखें. इस समय हमेशा दरवाजा खुला रखें. मान्‍यता है कि इस समय ही मां लक्ष्‍मी घर में प्रवेश करती हैं. ऐसे में दरवाजा बंद रखने से मां का आगमन नहीं होता और घर में गरीबी आती है.

– शाम के समय तुलसी के पौधे के नीचे दीपक लगाना बहुत शुभ माना गया है लेकिन इस समय गलती से भी तुलसी के पौधे का न छुएं. शाम को तुलसी जी को छूने से वे नाराज हो जाती हैं.

– शाम के समय कभी भी किसी को लहसुन-प्याज, नमक, खट्टी चीजें और सुई नहीं देनी चाहिए. न ही ये चीजें लेनी चाहिए. बेहतर होगा कि जरूरत पड़ने पर ये चीजें या तो बाजार से खरीद लें या जरूरतमंद को इन्‍हें खरीदने के लिए पैसे दे दें.

– शाम के समय किसी भिखारी को खाली हाथ न लौटाएं. उसे अपनी सामर्थ्‍यनुसार कुछ न कुछ दान दें.

– शाम के समय पैसों का लेन-देन न करें. ना ही किसी को उधार दें और ना ही लें. मान्‍यता है कि इस समय उधार दिया गया पैसा वापस नहीं मिलता है.

– शाम के समय घर में कभी न तो सोएं और ना ही झगड़ा करें. शाम के समय लक्ष्‍मी जी का आगमन होता है और इस समय झगड़ा करने से लक्ष्‍मी की बजाय उनकी बहन अलक्ष्‍मी का आगमन हो जाता है, जिससे घर में गरीबी आती है. ऐसी स्थिति आर्थिक हानि कराती है.