दमोह| मध्य प्रदेश के दमोह से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक तांत्रिक ने दावा किया कि वो मुर्दाघर में मृत पड़े एक शख्स को जिंदा कर सकता है और मुर्दाघर खोलने की जिद करने लगा. जब मुर्दाघर नहीं खोला गया तो वो मृतक के परिजनों के साथ मिलकर हंगामा करने लगा.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, रविवार को दमोह में पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास रहने वाले सोनू आदिवासी नामक एक शख्स ने खुदकुशी कर ली थी, जिसके बाद उसका शव जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया था. बता दें कि मृतक का शव रखकर उसके परिजन अपने घर चले गए थे लेकिन कुछ देर बाद वो अपने साथ एक तांत्रिक को लेकर लौटे और तांत्रिक ने दावा किया कि सोनू के पास अभी समय है. तांत्रिक ने दावा किया कि अगर उसे मुर्दाघर से निकाला जाए तो वो उसे जिंदा कर देगा.
अस्पताल के कर्मचारियों ने नहीं खोला गेट
तांत्रिक ने दावे को जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने नकारते हुए मुर्दाघर का गेट नहीं खोला. इसपर तांत्रिक भड़क गया और हंगामा करने लगा. इस हंगामे में मृतक के परिजनों ने भी उसका साथ दिया. इसके बाद भी जब मुर्दाघर नहीं खोला गया तो तांत्रिक मुर्दाघर का दरवाजा तोड़ने लगा.
मौके पर पहुंची पुलिस
इस हंगामें के बीच जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने पुलिस को फोन किया और मुर्दाघर के बाहर हंगामा होने की शिकायत की. खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने की कोशिश की कि मुर्दाघर का दरवाजा खुलवाने से कुछ नहीं होगा डॉक्टर सोनू को मृत घोषित कर चुके हैं लेकिन परिजन नहीं माने.
हालांकि परिजनों की मांग पर बाद में मुर्दाघर का दरवाजा खोल दिया गया लेकिन शव को बाहर नहीं निकाला गया. फिर तांत्रिक बाहर खड़ा होकर तांत्रिक क्रियाएं करता रहा लेकिन सोनू जिंदा नहीं हुआ. आखिरकार मृतक के परिजन निराश हो गए और अपने घर वापस लौट गए. इसके बाद तांत्रिक भी वहां से चुपचाप निकल गया.