संवाददाता : एलंगा राव
दक्षिण बस्तर। बस्तर संभाग के बीजापुर और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती इलाकों में 4 मार्च से विगत 03 दिनों से संचालित किये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस एवं माओवादियों के बीच दो बार हुई मुठभेड़। जिसकी पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते 4 मार्च को सुरक्षाबल को बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती ईलाके में स्थित ग्राम लोहागांव, करका, मुतवेंडी, कावड़, पुसनार, बुरजी कुर्वीश, हिरमा गुंडा के आसपास भारी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद दंतेवाड़ा डीआरजी, दंतेश्वरी फाइटर्स, बीजापुर डीआरजी, कोबरा और एसटीएफ की एक संयुक्त पार्टी को उक्त इलाकों में रवाना किया गया था। इसी दौरान 4 मार्च को ही धोबीघाट और लोहागांव के पास पहले से घात लगाए नक्सलियों ने जवानों को देखते ही उन पर हमला करते हुए फायरिंग करना शुरू कर दिया। हमला होते देख जवानों ने भी तत्काल ही मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली वहां से फरार हो गए। इसके बाद जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसमें जवानों ने घटनास्थल से गोली के खाली खोखे, नक्सली साहित्य, दैनिक उपयोगी सामान, तालपत्री आदि सामान बरामद किया।
वहीं 5 मार्च को गंगालूर के पुसनार के टेकामेटा पारा के पास पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने आबादी क्षेत्र का उठाते हुए जवानों को देखते ही उन पर आटोमेटिक बंदूकों से फायर करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही नक्सलियों ने जवानों पर भारी मात्रा में बीजीएल और यूबीजीएल से भी हमला किया। आबादी क्षेत्र को देखते हुए जवानों ने भी संयम बररते हुए जवाबी कार्रवाई की। यहां भी जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से फरार हो गए। इसके बाद जवानों ने मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसमें जवानों ने मौके पर से गोली के खाली खोखे, पिट्ठू, बीजीएल और यूबीजीएल के खोखे, बिजली के तार और अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया।
जवानों ने मौके पर से कुछ अहम नक्सली साहित्य भी बरामद किया है। जिसका अध्ययन सुरक्षाबल के द्वारा किया जा रहा है। उक्त अभियान से वापस लौटते समय बुरजी के पास गंगालूर – मिरतुर जाने वाली सड़क को विगत कुछ माह से अवरुद्ध करने के बाद वहां प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों को दंतेश्वरी फाइटर्स और जिला पुलिस ने समझाईश दी कि सड़क जाम होने से इलाके के गर्भवती महिलाओं और चिकित्सीय आपदाओं तथा अन्य इमरजेंसी सेवाओं का जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद कई ग्रामीण अपनी सहमति देते हुए वापस अपने अपने घर जाने की सहमति भी जताई है। बस्तर आईजी ने इस मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के घायल होने की संभावना जताते हुए घटनास्थल के आसपास अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी होने की बात कही है।