रघुनंदन पंडा /
भिलाई / उत्कल सांस्कृतिक परिषद श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-6 के तत्वाधान में इस्पात नगरी भिलाई में जगत के नाथ महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी जी की रथयात्रा 4 जुलाई को दोपहर 2 बजे श्री मंदिर से प्रारंभ हुई ।सवर्प्रथम राजा का दायित्व प्रथम सेवक छेरा पहरा वेद प्रकाश जी अमरकंटक को स्वच्छ जल से पैर धोकर मालापर्ण किया । बाजे गांजे ,घण्टा, शंख के साथ भगवान देवो के देव महादेव का दर्शन कर पूजा पाठ किया गया । श्री मंदिर में गर्भ गृह में भगवान जगन्नाथ के आज्ञा माला लेकर छेड़ा पहरा की रस्म निभाई गई । श्री मंदिर से बड़े भाई बलराम जी ,बहन माता सुभद्रा ,जगत के नाथ जगन्नाथ ,व सुदर्शन चक्र जी की प्रतिमा को बाजे गाजे शंख मुर्दग ,हरि बोल के उद्धघोष के साथ रथ में लाकर बिठाया गया । भगवान जगनाथ जी को मंदिर के पंडितो के द्वारा (पहण्डि विजय )झुला झूला कर लाते समय भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने भगवान जी को सह ह्रदय छूने की होड़ ऐसी लगी की जैसे भक्तों व भगवान की दुरी मिट गई हो ।
उत्कल सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष ललित पाणिग्रही व सयुक्त सचिव अशोक पंडा ने सयुक्त रूप से कहा है कि महाप्रभु जगन्नाथ जी की रथ यात्रा एक ऐतिहासिक व पारंपरिक पर्व है जो न केवल छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा राज्य की सांस्कृतिक परम्परा को आपस में जोड़ती है बल्कि धार्मिक आस्था एवं सांप्रदायिक सदभाव का प्रतिक हैं । श्री मंदिर से भगवान बलराम जी को राजेंद्र पंडा ,शशि शेखर पंडा ,आशीष साहू ,माता सुभद्रा को संजय साहू ,रविन्द मुनि ,प्रफुल्ल महापात्र ,भगवान जगन्नाथ जी को दण्ड पाणी पात्रा, अजित पंडा ,अर्पित साहू ,मदन मोहन अन्य ठाकुर जी को चि शिवम महापात्र ,चि सोमेश पंडा ,सुदर्शन भगवान को प्रभाकर पाणिग्रही , पूजा की रस्म मंदिर के मुख्य पुजारी तुषार कांत महापात्र के मार्गदर्शन में किया गया । प्रसाद वितरण अरुण पण्डा ,नीलमणि नायक, रथ संचालन संतोष महाराणा ,सुभाष साहू, रंजन डे ,ननकू,बनमाली, रथ यात्रा पथ संचालन अनिल पंडा ,प्रभात श्री मंदिर से भगवान जगनाथ की रथयात्रा में भक्तों को नारियल , गजा मुंग का प्रसाद वितरण किया गया । अक्षय पात्र के सन्यासियों व अनुयायियों के द्वारा भजन कीर्तन करते हुए सेक्टर 6 ऐ मार्केट चौक गुंडिचा मंदिर मौसी घर पहुँची | ओडिसा के कालाहांडी जिले के घुमरा नृत्य के कलाकारों ने उड़ीसा सँस्कृति पँर नृत्य किया गया । अनेक जगन्नाथ भक्तों ने दर्शन लाभ लिए ।