साठगांठ: आइपीएस अफसर गिफ्तार,जिम्मेदार पदों पर रह चुकी है तैनाती,लश्कर-ए-तैयबा को दस्तावेज सौपने का आरोप,NIA ने की कार्यवाही…

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नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को अपने पूर्व पुलिस अधीक्षक और आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी को कथित तौर पर गुप्त रूप से गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी समूह के एक ओवर ग्राउंड वर्कर को दस्तावेज सौंपने के आरोप में यह गिरफ्तारी की गई है. प्रवक्ता ने कहा कि 2011 के आईपीएस बैच में पदोन्नत एक पुलिस अधिकारी नेगी को पिछले साल 6 नवंबर को एनआईए द्वारा दर्ज एक मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है.

गौरतलब है कि मूल रूप से किन्नौर के रहने वाले अरविंद दिग्विजय सिंह नेगी निर्भीक और ईमानदार अफसर के रूप में माने जाते रहे हैं. प्रदेश में वर्ष 2006 में सामने आए सीपीएमटी पेपर लीक केस की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम में वह बतौर डीएसपी प्रमुख जांचकर्ता थे.वह शिमला के बहुचर्चित इशिता तेजाब कांड के आरोपियों को पकड़ने और कई अन्य मामलों की छानबीन के लिए भी चर्चित रहे हैं. इसके अलावा वह प्रदेश में चर के मामले पकड़ने में भी चर्चा में रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक़ आईपीएस नेगी एनआईए में रहते हुए भी वह काफी सुर्खियों में रहे. जांच के तहत पिछले दिनों एनआईए ने उनके किन्नौर स्थित ठिकाने और सिरमौर में भी उनके एक करीबी के यहां छापेमारी की थी. इस सर्च रेड का कारण यह है कि उनका नाम जम्मू-कश्मीर के एक मानवाधिकार कार्यकर्ता से संवेदनशील सूचनाएं साझा करने से जुड़ा है.