टाटा,बिड़ला,महेंद्रा से भी पुराना है ये उद्योग घराना, 1736 में शुरू हुआ कारोबार, आज किस मुकाम पर है, पढ़े खबर..

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नई दिल्ली:- देश में कारोबार करने वाले सबसे पुराने उद्योग घराने में लोग आमतौर पर टाटा,बिड़ला,महेंद्रा का नाम लेते हैं बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि देश में एक ऐसा कारोबारी समूह भी है जिसकी जड़ें देश को आजादी मिलने से भी करीब 200 साल पुरानी हैं. हम उस कम्पनी से जुड़ी जानकारी इस खबर में देने का प्रयास कर रहे है.

देश में वाडिया समूह ने 1736 में काम करना शुरू था. लोएजी नुसेरवानजी वाडिया ने उस दौर में जहाज बनाने की शुरुआत की, जो ब्रिटिश सेना के लिए जहाज बनाया करती थी. इस कंपनी ने अगले 150 साल में करीब 350 जहाज तैयार किए. इसके बाद वाडिया ग्रुप ने 1863 में ट्रेडिंग का काम शुरू किया. समूह ने बॉम्बे बुरमाह ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (BBTCL) की शुरुआत की. पहले ये कंपनी टीक की लकड़ी की ट्रेडिंग करती थी, फिर इस कैटेगरी में चाय, कॉफी और अन्य सामान जुड़ते चले गए.

चादरों और तौलियों का ब्रांड बाम्बे डाइंग आज घर-घर की पहचान है. इस टेक्सटाइल कंपनी ने 1879 में देश में कारोबार शुरू किया. देश में तब मशीन से बने कपड़ों का व्यापार फल-फूल रहा था. वाडिया समूह के नौरोजी वाडिया ने टेक्सटाइल का बिजनेस शुरू किया और इसके बाद समूह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

आजादी के बाद देश में पहली ब्रेड और फिर गुड डे जैसा ब्रांड खड़ा करने वाली ये कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है.वाडिया समूह को मौजूदा ऊंचाई तक ले जाने में इसके मौजूदा चेयरमैन नुस्ली वाडिया का अहम स्थान है. उन्होंने महज 26 साल की उम्र में कंपनी की बागडोर संभाली. 1980 के दशक में जब उनके पिता ने बाम्बे डाइंग को बेचने का प्लान बना लिया, तब उन्होंने इसे बचाया और बाद में 1977 में वह कंपनी के चेयरमैन बन गए. 

अभी उनके बेटे नेस वाडिया कंपनी की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालते हैं. वाडिया समूह को अलग-अलग बिजनेस करने वाली कंपनी बनाने में उनकी भूमिका रही है. गो एयर को शुरू करने और ब्रिटानिया को समूह का हिस्सा बनाने में उन्होंने अहम योगदान दिया. इसके अलावा उन्होंने फिल्म अभिनेत्री प्रीति जिंटा के साथ मिलकर 2008 में IPL की टीम पंजाब किंग्स XI भी बनाई.