नई दिल्ली:- उत्तर कोरिया का तानाशाह कब किस से नाराज हो जाए, नहीं कहा जा सकता. फिलहाल मुल्क के माली उसकी नाराजगी का सामना कर रहे हैं. किम जोंग-उन ने कई मालियों को कैद में भेज दिया है. दरअसल, इन मालियों को 16 फरवरी से पहले एक खास फूल खिलाना था, जिसमें वे असफल रहे. नतीजतन ये फ्लावर उनके लिए फायर साबित हुआ और तानाशाह ने उन्हें लेबर कैंप भेज दिया.
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के पूर्व लीडर और किम जोंग-उन के पिता किम जोंग-इल के नाम पर एक फूल का नाम ‘किमजोंगिलिया’ बेगोनिया रखा गया है. मालियों से 16 फरवरी को किम जोंग-इल की जयंती से पहले हजारों की संख्या में इन फूलों की खिलाने को कहा गया था, लेकिन वो सफल नहीं हो सके. बता दें कि जयंती के मौके पर देश की सड़कों को इन फूलों से सजाया जाता है.
जानकारी के मुताबिक़ किम जोंग-इल की जयंती को उत्तर कोरिया में ‘डे ऑफ द शाइनिंग स्टार’ के रूप में जाना जाता है. इस मौके पर किमजोंगिलिया के फूलों का खास महत्व है. किमजोंगिलिया के फूल जिन ग्रीनहाउसों में उगाए जाते हैं. इस साल वहां सही तापमान और आर्द्रता बरकरार रखने के लिए जलाऊ लकड़ी की स्थिर आपूर्ति नहीं हो पाई.
जिसकी वजह से फूल निर्धारित समय पर नहीं उग सके. बागवानों पर पौधों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया गया है. सजा के तौर पर उन्हें लेबर कैंप्स की छह महीने की सजा सुनाई गई है. किम जोंग-इल की 2011 में 69 साल की उम्र में मौत हो गई थी.
उत्तरी रियानगांग प्रांत के सैमसू काउंटी से एक 50 वर्षीय फार्म मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है और पौधों की पर्याप्त देखभाल नहीं करने के लिए उसे छह महीने की सजा सुनाई गई है. हाँ नामक इस फ़ार्म मैनेजर को सर्दी के महीनों में ग्रीनहाउसों को पर्याप्त रूप से गर्म करने के लिए जलाऊ लकड़ी नहीं मिल पाई थी और इस वजह से पौधे खराब हो गए. उसके साथ कई दूसरे लोगों को भी लेबर कैंप्स भेजा गया है.
एक अन्य कर्मचारी की पहचान 40 वर्षीय चोई को भी लेबर कैंप्स में तीन महीने रहने की सजा सुनाई गई है. उस पर आरोप है कि उसने ग्रीनहाउस बॉयलरों का तापमान ठीक से सेट नहीं किया था. उत्तर कोरिया में किम जोंग-इल की जयंती उत्तर कोरिया की सबसे महत्वपूर्ण छुट्टियों में से एक है. इस मौके पर होने वाली छोटी से छोटी भूल के लिए तानाशाह ने कठोर सजा सुनाया है.