उपेंद्र डनसेना /
रायगढ़ | रायगढ़ नगर निगम के 48 वार्डो में घर-घर कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाएं इन दिनों निगम के नए नियम से परेशान है । चूंकि हर माह उनके काम के बदले मिलने वाले वेतन में से दो सौ रूपए काट लिए जाते हैं और यह राशि क्यों काट ली जाती है इसका जवाब निगम के आयुक्त नही दे पा रहे हैं और इस कटौती को लेकर काम करने वाली महिलाएं निगम के अधिकारियों पर सवाल भी उठा रहे हैं ।
सुबह व शाम साफ-सफाई मामले में लगातार मेहनत करने वाली एसएलआर सेंटर की महिलाएं दो सौ रूपए प्रतिदिन के हिसाब से अपना वेतन लेती हैं और इस वेतन में से बिना किसी जानकारी के दो सौ रूपए कट जाने का मलाल उनके चेहरे पर देखने को मिलता है । कचरा कलेक्शन करने वाली महिला बताती है कि दो सौ रूपए प्रतिदिन क्यों काट जा रहे हैं , इसका जवाब कोई नही दे रहा है और यह रकम बैंक में ही कट कर आती । वह बताती हैं कि पहले कभी उनके द्वारा कचरा कलेक्शन के दौरान मिलने वाले कबाड से आमदनी हो जाती थी | लेकिन वह भी अब बंद कर दिया गया है । हमने जब निगम आयुक्त रमेश जायसवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि रायगढ़ नगर निगम में 10 एसएलआर सेंटर बनाए गए हैं | यहां घर-घर कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाओं की अलग-अलग टीमें है ,जो लगातार काम कर रही है ,लेकिन वह महिलाओं के वेतन में से दो सौ रुपए काटे जाने के मामले में सीधा-सीधा जवाब नहीं दे पाए ।