रस्मों-रिवाज की अनूठी दुनिया, दुल्हन पर थूकना और काला करना जैसी शादी की रीतियों भरी रोचक जानकारी, पढ़े इस खबर में…

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नई दिल्ली (वेब डेस्क):- भारत की शादियों में कई तरह के रिवाज होते हैं. जुता चुराने का रिवाज तो भारत में हर जगह प्रचलित है. विश्व के दूसरे देशों में भी शादी से जुड़े कई तरह की प्रथाएं प्रचलित हैं. लेकिन कुछ देशों में शादी से जुड़े कुछ ऐसे अजीबो-गरीब रिवाज हैं जिनके बारे में हमने शायद ही कभी सुना हो. इस खबर में आज कुछ ऐसे ही रिवाजों के बारे में बताने की कोशिश की गई है.

चीन के झांगजियाजी में तुजिया जाति की दुल्हनों को एक महीने पहले से रोना सीखना पड़ता है. इस जाति की दुल्हनें ‘क्राइंग मैरिज सॉन्ग’ नामक एक दुखद गीत को गाते हुए शादी के महीने भर पहले से रोती हैं. ये प्रथा दुल्हन के लिए अपने परिवार से अलग होने की अनिच्छा प्रकट करते हुए शादी का स्वागत करने का एक तरीका है. तुजिया लोग दुल्हन की बुद्धिमत्ता और गुण का आंकलन इस आधार पर करते हैं कि वो कितनी अच्छी तरह से रोती है, और कितने दुख के साथ क्राइंग मैरिज सॉन्ग गाती है.

केन्या में मसाई जनजाति की बेटी अपने घर को छोड़कर अपने पति के घर जा रही होती है, तो दुल्हन के पिता उसके माथे पर थूककर उसे आशीर्वाद देते हैं. थूकना केन्याई और तंजानिया की आदिवासी संस्कृति में शामिल है. इसे सम्मान का प्रतीक माना जाता है. मसाई लोग हाथ मिलाने से पहले अपनी हथेलियों में थूकते हैं. वो नवजात बच्चों के भाग्य और दीर्घायु की कामना के लिए भी उन पर थूकते हैं. 

स्कॉटलैंड के ग्रामीण इलाकों में, दुल्हन और कभी-कभी दूल्हे का पीछा किया जाता है और खराब गंध वाली चीजों से उन्हें काला किया जाता है. दूल्हा-दुल्हन को काला करने के लिए अंडे, सड़े हुए भोजन और मरी हुई मछली जैसी खराब चीजों का इस्तेमाल किया जाता है.इसके बाद जोड़े को घंटे भर के लिए एक पेड़ से बांध दिया जाता है. ये प्रथा शादी में आने वाली चुनौतियों के बारे में जोड़े को चेतावनी देता है कि उन्हें शादी को हल्के में नहीं लेना चाहिए. जो जोड़े इस रस्म को भलीभांति निभाते हैं, माना जाता है कि उनकी शादी बेहद सफल होती है.