देहरादून:- पांच राज्यों में चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज़ है. उत्तर प्रदेश में पहले खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा बताने और बाद में यू-टर्न ले लेने के प्रियंका गांधी के बयानों से उठा बवाल थमा नहीं की, एक पार्टी उम्मीदवार ने कांग्रेस की फजीहत कर दी.बरेली कैंट सीट से घोषित कांग्रेस उम्मीदवार सुप्रिया ऐरन ने भी पार्टी छोड़ दी है. इसके चलते बीएसपी और सपा कांग्रेस को वोट कटवा पार्टी करार दे रहे है. कई पूर्व और मौजूदा विधायक भी पार्टी से किनारा कर रहे हैं. इस राजनैतिक सरगर्मियों के दौर में उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री का चेहरा हरीश रावत का बयान चर्चा में है. राजनीति के जानकार इसे कांग्रेस की हिटलरशाही से जोड़कर देख रहे है. रावत का बयान पार्टी आलाकमान के खिलाफ बने माहौल में आग में घी का काम कर रहा है.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का अजीबो गरीब बयान कांगेस के नेताओं की जुबान पर है. विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट में वरिष्ठ नेता हरीश रावत का नाम शामिल नहीं था. हरीश रावत के मुताबिक़ टिकट कटने की चर्चाओं पर जल्द ही विराम लग जायेगा. क्योंकि अभी 17 सीट बची हैं, उन पर बातचीत पूरी हो चुकी है. जहां से मुझको लड़ने की अनुमति है, वह सीट भी इसमें शामिल है. उनका बयान यहाँ तो ठीक था लेकिन आगे जुबान ऐसी चली की पार्टी आलाकमान ही घिर गई. उन्होंने कहा कि मैं नर्तक हूं, उस्ताद कहेंगे नाचो तो मैं नाचूंगा,नहीं तो औरों को नचाऊंगा. हरीश रावत के इस बयान के बाद पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के आलावा बीजेपी को भी कांग्रेस आलाकमान पर हमला करने का मौका मिल गया है.
