रायपुर/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का कोहराम बदस्तूर जारी है। रविवार को प्रदेश में एक साथ 3963 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। साथ ही कोरोना से कुल 7 लोगों की मौत हो गई। रायपुर में 1215 केस मिले हैं। यहां 2 लोगों की मौत हुई है। इनमें एक 20 साल की महिला शामिल है जो निजी अस्पताल में भर्ती थी।
इसके अलावा बिलासपुर में ओमिक्रान के 3 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. जिनमें दो पुरुष और एक महिला ओमिक्रोन संक्रमित पाए गए हैं. फ़िलहाल तीनों मरीज ठीक हैं. बताया जा रहा है कि इन मरीजों का सैंपल 31 दिसंबर को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट हाल में आई है.
इधर, जांच कम होने से संक्रमण दर 12.17 प्रतिशत पर आ गई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना टेस्ट कराने के लिए अपने नियमों में बदलाव करते हुए निर्देश दिया है कि अब निवास का पूरा पता लिखाए बिना कोरोना की जांच नहीं होगी। अपने नंबर के साथ दो अन्य रिश्तेदारों के फोन नंबर भी देना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य विभाग ने ये फैसला गलत नंबर देने और अधूरे पते से कांटेक्ट ट्रेसिंग में हो रही दिक्कतों को देखते हुए लिया है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण में बढ़त जारी है। इसके लिए कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को जिम्मेदार होने की आशंका जताई जा रही है। प्रदेश में इसकी जांच की सुविधा नही है। अब रायपुर AIIMS में ऐसी RT-PCR जांच किट पहुंची है, जो बिना जीनोम सीक्वेंसिंग के ही ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान करने में सक्षम है।
बताया जा रहा है, AIIMS को जो किट मिली है उसकी जांच प्रक्रिया RT-PCR जैसी ही है। इस जांच में ओमिक्रॉन की पहचान के लिए नए मानक तय किए गए हैं। कहा जा रहा है पहचान का यह तरीका एस. जीन टार्गेट फेल्योर पर आधारित है। यानी जिस नमूने में एस. जीन नहीं होगा उसे ओमिक्रॉन से संक्रमित माना जाएगा। ICMR ने हाल ही में ही इस नए टेस्ट किट को मंजूरी दी है।
