रायपुर। विदेशों में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना वायरस के नए स्ट्रैंथ ओमीक्रॉन ने एक बार फिर से दुनिया को डरा दिया है। विदेशों में नए स्ट्रेंथ के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं। बताया जाता है कि यह पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है और इससे संक्रमित व्यक्ति महज 2-3 दिनों में गंभीर हो जाता है। इस नए वेरियंट से बचने के लिए पहले की तरह की पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोरोना के इस नए स्वरूप को बेहद ही खतरनाक बताते हुए चिकित्सकों ने आम नागरिकों से अपील की है कि कोरोना की पहली लहर की तरह पूरी तरह से सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं विदेशों से आने वाले लोगों से कुछ दिनों तक मेलजोल बंद रखने व उनके सीधे संपर्क में आने से बचने की भी सलाह दी जा रही है। दूसरी ओर देश के सभी अंतर्राष्ट्रीय विमानतलों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त करते हुए बाहर से आने वाले यात्रियों के एयरपोर्ट में ही आरटीपीसीआर कोरोना स्टेट अनिवार्य कर दिया गया हैं।
यही नहीं रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति है। बावजूद इसके विदेशों से आने वाले यात्रियों पर स्वास्थ्य विभाग लगातार पैनी नजर रखे हुए है। देश में जिस तरह से कोरोना वायरस के इस नए वैरियेंट को लेकर चिंता जताई जा रही है, इससे स्पष्ट है कि कोरोना का नया स्वरूप बेहद ही खतरनाक है।
छत्तीसगढ़ शासन ने भी कोरोना के नए स्वरूप को देखते हुए प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे कोरोना से बचने के लिए पूरी तरह से सावधानी बरतें। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी व मैदानी टीमें भी सकर्त हैं और बाहर से आने वाले लोगों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। वहीं नागरिकों से कोरोना टीकाकरण में सहयोग करते हुए दोनों डोज तय समय-सीमा में लगवाने अपील की है।