नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीकी देशों से फैले कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन ने अब दुनिया के दूसरे देशों में पैर पसारना शुरू कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न कहा है। वहीं नए वैरिएंट को दुनिया भर के महामारी विशेषज्ञ (Epidemiologist ) ने लेकर बड़ी चिंताएं व्यक्त की है। प्रसिद्ध महामारी विशेषज्ञ Eric Feigl-Ding ने वैरिएंट को लेकर ट्वीट कर कहा है कि नया वैरिएंट कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट से 5 गुना तक ज्यादा संक्रामक हो सकता है।
एक व्यक्ति से 35 लोगों में फैल सकता है संक्रमण
अगर Eric Feigl-Ding की आशंका सही साबित होती है तो कोरोना का नया वैरिएंट काफी तेजी से संक्रमण फैला सकता है। और एक संक्रमित व्यक्ति से 35 लोगों को संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा। इसके पहले कोरोना का सबसे खतरनाक वैरिएंट डेल्टा रहा है। जिसमें एक व्यक्ति से 7 लोगों को संक्रमित होने का खतरा रहता है। दुनिया भर में यही डर महामारी विशेषज्ञों को सता रहा है। इसकी तेज संक्रमण को देखते हुए WH0 ने इसे 2 दिन के अंदर वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया। हालांकि उसका कहना है कि नए वैरिएंट की बारे में सटीक जानकारी मिलने पर अभी कुछ वक्त लगेगा।
सभी बीमारियों से ज्यादा तेजी से फैलेगा नया वैरिएंट !
लॉन्सेट, एनपीआर और मिशिगन यूनिवर्सिटी की विभिन्न रिपोर्ट्स को देखा जाय तो कोरोना का नया वैरिएंट ओमीकॉर्न, अभी तक दुनिया में महामारी फैलाने वाली सभी बीमारियों में कहीं ज्यादा घातक नजर आता है।
भारत में क्या है स्थिति
बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सख्त कदम उठाने शुरू हो गए हैं। इस बीच राहत की बात यह है कि अभी तक भारत में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित केस नहीं मिले हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को सख्ती से जांच के निर्देश दिए गए है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बैठक कर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने सहित दूसरे जरूरी कदम की समीक्षा करने को कहा है। हालांकि अभी तक भारत ने अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
इन देशों ने शुरू की सख्ती
बढ़ते मामलों को देखते हुए , दुनिया कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। ब्रिटेन, मालदीव, श्रीलंका, कई यूरोपीय देश, इजरायल, जापान ने यात्रा प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। जापान ने सभी विदेशी यात्रियों के यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं अमेरिका भी कई तरह के प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। अब तक फ्रांस, ब्रिटेन, नीदरलैंड, हांगकांग, अमेरिका, इजरायल सहित कई देशों में अफ्रीकी देशों से पहुंचे ओमीक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है।