नई दिल्ली / कोरोना महामारी की वजह से करीब साल भर से विदेशी टूरिस्ट भारत की यात्रा पर नहीं आ रहे हैं | नतीजतन पर्यटन उद्योग के साथ साथ एविएशन सेक्टर को भी काफी नुकसान हो रहा है | विदेशी हवाई सेवाओं पर अभी भी रोक जारी है, जबकि दुनिया भर के अधिकांश देशों में वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है | इस बीच सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन की एक रिपोर्ट ने पर्यटन उद्योग और होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ा दी है | इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2023 से पहले विदेशी टूरिस्टों का भारत आगमन सुचारू रूप से नहीं हो पाएगा.दरअसल दुनिया के सभी देशों में इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है | वहीं एशिया में मुख्य पर्यटन के लिए प्रसिद्ध भारत में कोरोना का कहर जारी है | लिहाजा विदेशी पर्यटक यहाँ यात्रा करने को लेकर डर रहे है | एक तरह से विदेशी टूरिस्ट ने भारत की ओर से मुँह मोड़ लिया है |
बताया जाता है कि देश में यात्रा करने से कतराने का एक कारण क्वारंटाइन नियमों का पालन करने को लेकर निर्मित असमंजक की स्थिति भी है | देश के सभी राज्यों में कोरन्टाइन नियम अलग अलग है | हाल ही में भारत में फंसे विदेशी नागरिकों ने अपनी आपबीती सुनाकर कोरन्टाइन नियमो की मुसीबतो से लोगो को रूबरू कराया है | ऐसे में कहा जा रहा है कि साल 2023 से पहले भारत में विदेशी पर्यटकों का आगमन सुचारू रूप से नहीं हो पाएगा | सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (CAPA) ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) के मार्च के सर्वेक्षण में पाया गया कि 80% विजिटर्स क्वारंटाइन नियमों की वजह से यात्रा नहीं करना चाहते हैं |
सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (सीएपीए) की प्रारंभिक भविष्यवाणी बताती है कि 2030 तक विदेशी टूरिस्टों का आना कुल बढ़कर 18 मिलियन तक ही हो पाएगा. इसमें ये भी कहा गया है कि भारत विदेशी पर्यटकों के आगमन के लिए लंबी-लंबी उड़ानों पर निर्भर है. सीएपीए ने कहा कि इस तरह की लंबी उड़ानों के छोटी और मध्यम दूरी की उड़ानों की तुलना में धीरे-धीरे लाइन पर आने की उम्मीद है. यह अनुमान भी लगाया गया है कि 72.0% लोग महामारी के खत्म होते ही अपने मित्रों और रिश्तेदारों के लिए हवाई यात्रा करेंगे।
सीएपीए ने ये भी कहा कि कोविड -19 यूके, यूएस, कनाडा, चीन, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया में चरम पर है | इन्ही देशों से टूरिस्ट भारत में सबसे ज्यादा आते हैं | ये देश भारत के लिए विदेशी पर्यटकों के प्रमुख स्रोत हैं, इसमें ये भी कहा गया कि कोविड -19 टीकाकरण यूके (34.3%) और यूएस (19.7%) को छोड़कर दुनिया भर में शुरुआती चरणों में हैं. यह कहा गया है कि 2021 के अंत तक अन्य देशों में व्यापक टीकाकरण की उम्मीद की जाती है | IATA के सर्वे में पाया गया कि जब तक अर्थव्यवस्था स्थिर नहीं हो जाती तब तक 56% संभावित यात्री अपनी हवाई यात्रा स्थगित कर देंगे, उनमें से 66% को लगता है कि जिन यात्रियों को वैक्सीन लग चुकी है उनके लिए क्वारंटाइन नियमों का पालन करना जरूरी नहीं है. वहीं 81% लोग वैक्सीनेशन के बाद हवाई यात्रा करने के लिए तैयार थे सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि 84% संभावित टूरिस्ट क्वारंटाइन किए जाने पर यात्रा नहीं करेंगे |