जशपुर \ प्रेम प्रकाश शर्मा \
विद्यालयीन स्तर पर बच्चे शिक्षक पर ही निर्भर रहते हैं, शिक्षक जितनी लगन से मेहनत कर अध्यापन कार्य सम्पादित करेंगे बच्चे उतना ही अच्छा परिणाम देंगे.उक्त विचार जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने ‘‘यशस्वी जशपुर’’ के तहत् आयोजित अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले शिक्षको की उन्मुखीकरण कार्यशाला में व्यक्त करते हुए कहा कि, शिक्षको की भी अंग्रेजी विषय में पकड़ कमजोर हो सकती है। अतः उन्हे भी अपनी पकड़ बढ़ाने हेतु अपनी कमजोरी दूर करनी चाहिए। बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण में शिक्षको की अहम् भूमिका होती है। इस लिए स्वयं मेहनत कर बच्चों को बेहत्तर शिक्षा प्रदान करें। उन्होने कहा कि बच्चों के मन में अंग्रेजी विषय के प्रति डर रहता है इसलिए सर्वप्रथम उनके मन से इस डर को समाप्त कर उनका आधार मजबूत किया जावे, तो वे अंग्रेजी में अच्छे अंक अर्जित कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु अंग्रेजी में ज्यादा पाठ्य सामग्री उपलब्ध रहती है। इस कारण बच्चों की अंग्रेजी में समझ एवं प्रस्तुतिकरण अच्छी होनी चाहिए। शिक्षक शिक्षा सत्र् के प्रारंभ में ही बच्चों के न्यूनतम अधिगम स्तर का आंकलन कर लें और कम से कम बच्चों को कक्षा के अनुरूप न्यूनतम अधिगम स्तर पर लाने हेतु कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन करें। सिर्फ इतना ही नहीं किन्हीं कारणवश यदि शिक्षक के स्तर में भी कहीं कुछ कमी है तो अपने स्तर को बेहत्तर बनाने हेतु स्वयं मेहनत कर अध्यापन कार्य सम्पादित करें। उन्होने कहा कि बच्चों का अच्छे अंक प्राप्त कर परीक्षा उत्तीर्ण कर लेना आसान है पर सिर्फ अच्छे अंक प्राप्त कर परीक्षा पास करना हमारा उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि बच्चों में अंग्रेजी विषय में आधार मजबुत हो, समझ अच्छी हो और कक्षानुरूप उनका ज्ञान का स्तर बने रहे।