धर्मजयगढ़ बैंक कैशियर को गोली मारकर बैग छीनने वाले आरोपियों में चार आरोपी गिरफ्तार, कोरबा जेल में बंद कैदी ने की पूरे गैंग को ऑपरेट, मास्टरमाइंड अंजुलस एक्का भी गिरफ्तार, दो अभी गिरफ्त से बाहर

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रायगढ़ / एक माह पूर्व हुए बैंक मैनेजर को गोली मारकर लूटपाट मामले में पुलिस को सफलता मिली है। रायगढ़ के धर्मजयगढ़ थाना क्षेत्र मे एक मार्च को बैंक कैशियर को गोली मार कर बैग छीनकर लेने वाले से आरोपियों में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से एक रिवाल्वर के साथ जिंदा कारतूस और खुखरी समेत 3 बाइक, मोबाइल व नगदी बरामद किए गए हैं। 2 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस लूट में खास बात यह रही कि कोरबा जेल में बंद रवि वादी नाम का कैदी पूरे गैंग को ऑपरेट कर रहा था। फिलहाल पुलिस दो आरोपियों की तलाश कर रही है और चार आरोपियों को जेल भेजा गया।

बता दें 1 मार्च की सुबह खम्हार ग्रामीण बैंक शाखा के कैशियर विनोद लकड़ा अपनी बाइक से धर्मजयगढ़ से खम्हार जाने के लिए निकला था। जिसके साथ लूट के इरादे से आगे-पीछे दो बाइक में चल रहे चार व्यक्तियों ने कैशियर पर गोली चलाकर बैग लेकर फरार हो गए थे। आरोपियों को पकड़ने के लिए कोरबा धर्मजयगढ़, रायगढ़, जशपुर, रांची, गुमला, उड़ीसा के क्षेत्रों में सघन पतासाजी किया गया। लगातार टावर लोकेशन के माध्यम से आरोपियों की तलाश की जा रही थी। आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए थे। लगभग एक हजारों से अधिक लोगों से पूछताछ भी किया गया। जिसके बाद कोरबा के दो आरोपियों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया। उन्होंने सभी साथियों का पता और नाम बता दिया।

इस पूरे मामले में चार आरोपी अंजुलस एक्का ,संदीप राठिया, लाजारूस एक्का और करन दास महंत को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में चारों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अभी दो और आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस पूरे गैंग का मुख्य सरगना एक आरोपी अंजुलस एक्का था। जिसने पूरे लूट की प्लानिंग की थी। कोरबा में जेल में बंद रवि वादी ने पूरे घटना की प्लानिंग इन सभी के साथ मिलकर जेल में ही की थी। इस पूरे मामले में रायगढ़ एसपी का कहना है कि 1 मार्च की सुबह बैंक कैशियर को गोली मारकर लूट को अंजाम दिया गया था जिसमें कोरबा जेल में बंद रवि वादी ने पूरे घटना को अंजाम देने के लिए प्लानिंग की थी और इसमें मुख्य आरोपी अंजुलस एक्का नाम का मास्टरमाइंड है उसे भी गिरफ्तार किया गया है।

इन सभी ने मिलकर लुट के इरादे इस इरादे से किया कि कैशियर के पास सोमवार को 10 से 15 लाख रुपए होने उम्मीद से घटना को अंजाम दिया गया था। लेकिन उस दिन कैशियर के पास एक भी पैसा नहीं था। आरोपी पूर्व में कोरबा में डॉक्टर के मर्डर केस में भी सजायाफ्ता है। इनके पुराने क्रिमिनल रिकॉर्ड है साथ ही साथ इन पर बाइक चोरी के मामले भी दर्ज हैं। बड़ी आशंका थी कि ऐसे लोग बाहर रहते तो कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे सकते थे। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।