भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपरिहार्य व्यक्तिगत परिस्थितियों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है | बताया जाता है कि आचार्य का कार्यकाल छह माह बाद समाप्त होने वाला था | आर.बी.आई अपने एक बयान में कहा कि कुछ हफ्ते पहले आचार ने आर.बी.आई. को एक पत्र सौंपकर सूचित किया था कि व्यक्तिगत कारण वे 23 जुलाई से आरबीआई के उप राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखने में असमर्थ है |
आचार्य 23 जनवरी 2017 को आरबीआई में शामिल हुए थे | ऐसी अटकले थी कि वह पूर्व राज्यपाल उर्जित पटेल के नकशेकदम पर चलेंगे | उर्जित पटेल के आर.बी.आई. गवर्नर पद छोड़ने के करीब छ महीने बाद विरल का इस्तीफा आया है | विरल आचार्य जो दर निर्धारण मौद्रिक नीति विभाग के एक प्रमुख सदस्य है , अक्टूबर 2018 में चेतावनी दी थी कि जो सरकारे केंद्रीय बैंको की स्वतंत्रता का समान नहीं करती वे जल्द ही वित्तीय बाजारों के प्रकोप को भड़कायेगी और उनमे आग लगाने का काम करेगी |