जगदलपुर | जापानी बुखार की आमद दर्ज होने की खबर के बाद जिले के दर्जनों गांव में वीरानी छाने लगी है । ग्रामीण दहशत के मारे अपने घर छोड़ कर दूर दराज बसे अपने रिश्तेदारो के यहाँ शरण ले रहे है । आस पड़ोस के बच्चो के बीमार पड़ने की खबर सुनते ही ग्रामीणों ने अपने घरो से दूरियां बनाना शुरू कर दी है । डिमरापाल स्थित मेडिकल कॉलेज में जापानी बुखार से बकावंड ब्लाक के एक बच्चे की मौत हो गयी | वहीँ अस्पताल में अब तक चार बच्चों के नमूनों की जांच की जा चुकी है | इसमें से एक में इस बुखार के होने की पुष्टि हुई है | सभी बच्चों का उपचार जारी है | लिहाजा अपने बच्चो को बचाने के लिए एक के बाद एक कई गांव खाली होने लगे है । हालांकि ग्रामीणों के पलायन की खबर मिलने के बाद छत्तीसगढ़ का स्वास्थ विभाग हालात पर निगाह रखे हुए है । स्वास्थ मंत्री के मुताबिक पलायन वाले गांव में डॉक्टरों की टीम भेजी गयी है । जो उन गांव में जा कर ग्रामीणों का रक्त परिक्षण कर रही है ।
ओडिसा की तरह छत्तीसगढ़ को भी जापानी इंसेफ्लाइटिज से लड़ने के लिए वैक्सीन का इन्तेजार है । बताया जा रहा है कि समय पर वैक्सीन नहीं मिलने के चलते नवजात से लेकर पांच साल तक के ज्यादातर बच्चे जापानी बुखार की चपेट में आ गए । डॉक्टरों के मुताबिक एंटी इंसेफ्लाइटिज वैक्सीन का असर उसे लगाने के सात दिनों बाद ही होता है लिहाजा इसकी चपेट में आये बच्चो का इलाज करना मुश्किल हो रहा है ।
जापानी मस्तिष्क ज्वर एक घातक संक्रामक बीमारी है जो फ्लैविवाइरस के संक्रमण से होती है | सर्वप्रथम 1871 में इस बीमारी का जापान में पता चला था | इसलिए इसका नाम ‘‘जैपनीज इन्सेफ्लाइटिस’’ पड़ा है | सुअर और जंगली पक्षी मस्तिष्क ज्वर विषाणु के स्रोत होते हैं | इस बीमारी के वाहक मच्छर होते हैं | जापानी मस्तिष्क ज्वर एक उष्णकटिबंधीय बीमारी है | जिससे विश्व में प्रतिवर्ष 68,000 लोग संक्रमित होते हैं | जिनमें से 20,400 लोगों की मृत्यु हो जाती है | एशिया महाद्वीप के कुल 14 देश इस बिमारी से प्रभावित हैं जिनमें चीन भी शामिल है | इस घातक बीमारी की गणना विश्व की उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारियों में होती है |
चमकी बुखार सिर्फ अफवाह
बस्तर वासियों को घबराने की जरूरत नही है.बस्तर में चमकी बीमारी का प्रकोप नही है,जिस बच्चें की मौत हुई है उसका कारण जापानी बुखार है अन्य दो बच्चें स्वस्थ्य है | शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ अनुरूप साहू ने बताया कि जो अफवाह फैल रही है वह सही नही है बस्तर में चमकी बीमारी का प्रकोप नही है | उन्होंने कहा लोगो को घबराने की आवश्यकता नही है |
