चुनाव आयोग ने बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल किया जारी, बंगाल में 8 चरणों में होंगे मतदान, 2 मई को आएंगे सभी विधानसभा चुनावों के नतीजे, आर्दश आचार संहिता लागू

0
6

नई दिल्‍ली। पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 5 राज्यो में होने वाले विधानसभा चुनाव की जानकारी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा इलेक्शन डीटेल के बारे में ऐलान करते हुए कहा, असम में 3 चरण और केरल, पुदुचेरी और तमिलनाडु में एक चरण में 6 अप्रैल को चुनाव होंगे। वहीं पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होंगे।

पांचों राज्यों को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। आगे जानकारी देते हुए कहा कि इस चुनाव में मतदाताओं की संख्या 18.6 करोड़ है। जिनके लिए 2.7 लाख मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इनमें से अकेले पश्चिम बंगाल में ही 1 लाख से ज्यादा मतदान केंद्र होंगे।

वोटिंग का समय एक घंटे बढ़ाया गया, ऑनलाइन जमा होगी जमानत राशि

कोरोना महामारी के मद्देनजर गाइडलाइंस का पालन करते हुए वोटिंग होगी और इसका समय एक घंटे बढ़ाया गया है। जमानत राशि ऑनलाइन जमा कराई जाएगी। उम्मीदवार समेत अधिकतम 5 लोग ही घर-घर जाकर वोट मांग सकेंगे। चुनाव से जुड़ी जानकारी के लिए आयोग ने टोल फ्री नंबर 1950 जारी किया है।

पुडुचेरी में कोई उम्मीदवार अधिकतम 22 लाख रुपये चुनाव प्रचार पर खर्च कर सकता है। लेकिन बाकी 4 राज्यों में किसी एक सीट पर कोई उम्मीदवार अधिकतम 38 लाख रुपये खर्च कर सकेगा।

असम में तीन चरणों में होगा चुनाव

  • असम में 3 चरण में चुनाव होंगे। पहले चरण के 2 मार्च को नोटिफिकेशन जारी होगा। 47 सीटों पर चुनाव होंगे। 9 मार्च नामांकन की आखिरी तारीख। 12 मार्च तक पर्चा वापसी। 27 मार्च को चुनाव। 2 मई को नतीजे।
  • दूसरे फेज में 49 सीटों पर चुनाव। 1 अप्रैल को वोटिंग। 2 मई को नतीजे।
    तीसरे फेज में 48 सीटों पर चुनाव। 6 अप्रैल को वोटिंग।

केरल में सिंगल फेज में 6 अप्रैल को चुनाव

12 मार्च से नामांकन भरा जाएगा वहीं 22 मार्च तक पर्चा वापस लिया जा सकेगा। केरल में एक चरण में 6 अप्रैल को मतदान होगा। मलप्पुरम लोकसभा सीट के लिए भी 6 अप्रैल को वोटिंग होगी।

तमिलनाडु में भी एक चरण में चुनाव

तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर सिंगल फेज में चुनाव 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। कन्याकुमारी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भी 6 अप्रैल को वोटिंग किया जाएगा।

पुदुचेरी में भी एक चरण में चुनाव

पुदुचेरी में 12 मार्च से नामांकन भरा जाएगा। यहां भी एक चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी।

पश्चिम बंगाल में 8 चरण में चुनाव

  • पहले चरण में 5 जिलों में पुरुलिया, बांकुरा, झालग्राम, पश्चिमी मिदनापुर पार्ट 1 व पूर्वी मिदनापुर पार्ट 1 में 27 मार्च को वोटिंग होगी।
  • वहीं दूसरे चरण में 1 अप्रैल को बांकुरा पार्ट 2, पश्चिम मिदनापुर पार्ट 2, पूर्व मिदनापुर पार्ट 2, दक्षिण परगना पार्ट 1 मतदान होगे।
  • तीसरे चरण में 33 सीटों पर वोटिंग, 6 अप्रैल को मतदान
  • चौथे चरण में 44 विधानसभा सीटों पर मतदान कराया जाएगा। जिसके लिए 10 अप्रैल को वोटिंग होगी। हावड़ा पार्ट 2, हुबली पार्ट 2, दक्षिण परगना पार्ट 3, कूचविहार जिलों में वोटिंग।
  • पांचवें चरण में 45 सीटों पर चुनाव। 17 अप्रैल को वोटिंग।
  • छठे चरण में 43 विधानसभा सीटों पर चुनाव। 22 अप्रैल को वोटिंग।
  • सातवें चरण में 32 सीटों पर चुनाव। 26 अप्रैल को वोटिंग।
  • आठवें और आखिरी चरण में 35 सीटों पर चुनाव। 29 अप्रैल को वोटिंग।

चार राज्यों में विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल मई और जून में समाप्त हो रहा है। वहीं, पुडुचेरी में विश्वासमत पर वोटिंग से पहले मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के इस्तीफा देने से कांग्रेस के नेतृत्‍व वाली सरकार गिर गई थी। वहां विधानसभा भंग कर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है।

सबसे दिलचस्‍प होगा पश्चिम बंगाल का मुकाबला

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस फिलहाल पश्चिम बंगाल में सत्‍ता पर काबिज है। यहां बीजेपी ने पिछले चुनाव के बाद से जैसा आक्रामक रुख अपनाया है, उसे देखते हुए मुख्‍य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस और उसके बीच ही माना जा रहा है। बीजेपी के लगभग सभी बड़े नेता यहां रैली कर रहे हैं। ओपिनियन पोल्‍स में भी बीजेपी ममता की पार्टी को बेहद कड़ी टक्‍कर देती दिख रही है।

दक्षिण में पैठ बनाना चाह रही बीजेपी

केरल में बीजेपी ने ‘मेट्रो मैन’ के नाम से मशहूर ई. श्रीधरन को अपने पाले में कर बड़ा दांव खेला है। पार्टी वहां पर कांग्रेस और लेफ्ट के मुकाबले में मजबूती से उतरने की तैयारी में है। वहीं, तमिलनाडु में भाजपा ने राज्य की सत्ताधारी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

असम और पुडुचेरी भी अहम

पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिर जाने के बाद से हलचल तेज है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर खूब निशाना साधा था। वहीं असम में गृहमंत्री अमित शाह कई रैलियां कर चुके हैं। शाह ने गुरुवार को एक रैली में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने असम में ‘‘सत्ता की लालसा’’ में बदरुद्दीन अजमल के एआईयूडीएफ से हाथ मिलाया है।