कोरबा। आबकारी विभाग के अधिकारीयों द्वारा कोरबा जिले पैसे के लिए एक आदिवासी को इतना मानसिक प्रताणित किया गया कि वह आत्महत्या करने के लिए हाई वोल्टेज बिजली के टावर पर चढ़ गया। मामला कोरबा जिले के रामपूर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार आबकारी विभाग के कारगुजारी से परेशान एक आदिवासी व्यक्ति ने आत्महत्या के इरादे से हाई टेंशन टावर पर चढ़ गया। घंटों तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद ग्रामीणों की समझाइश पर वह नीचे उतरा।
कोरबा के नकटीखार में लोग उस समय सकते में आ गए जब एक व्यक्ति हाई टेंशन टावर पर चढ़ गया। बड़ी संख्या में लोग टावर के पास पहुंच गए और दूजराम के ड्रामे को देखते हुए नीचे उतर आने को लेकर समझाते नज़र आए।
दरअसल, आबकारी विभाग के कर्मचारी दूजराम से दस हजार रुपये की मांग कर रहे थे। दुजराम का कहना है कि वो अपने पीने के लिए ही घर पर शराब बनाया था। इसके साथ ही इतनी बड़ी राशि उसके पास नहीं थी। उसकी पत्नी की तबियत भी खराब है जो पैसे थे पत्नि के इलाज में खर्च हो गए। इतना ही नहीं अपने खेत को भी दूजराज ने गिरवी रखा हुआ है। ऐसी स्थिति में वो मानसिक रूप से परेशान हो गया था और अपनी जान देने की नीयत से घर के पास ही टॉवर में चढ़ गया।
मशक्कत में जुटी पुलिस
दूजराम के टावर पर चढ़ने की सूचना पाकर पुलिस, सरपंच और ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच कर समझाइश दी। टावर पर चढ़ा दूजराम किसी तरह टावर से नीचे उतरा तो परिजन और ग्रामीणों की सांस में सांस आई। हाई टेंशन टावर में दूजराम की थोड़ी भी लापरवाही उसके जान पर बन सकती थी। हाई वोल्टेज विद्युत प्रवाहित लाइन में सुरक्षित नीचे उतर आने पर परिजन और ग्रामीणों ने ईश्वर का चमत्कार मानकर धन्यवाद दिया।