रायपुर। फरवरी का माह अंत होने को है। अपैल—मार्च में कर चुकाने का सिलसिला प्रारम्भ होगा। इससे पहले ही जीएसटी की बदलते नियमों को लेकर कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के आह्वान पर 26 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल किया जा रहा है। इसके तहत अब तक कैट से जुड़े 40 हजार से भी अधिक व्यापारिक संगठनों ने हड़ताल को अपना समर्थन भी दे दिया है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव का कहना है कि जीएसटी के इन नियमों का विरोध जरूरी है।
इन नियमों के कारण व्यापारी अपना सही ढंग से व्यापार ही नहीं कर पा रहे है। साथ अधिकारियों को मनमानी करने की आजादी दे दी गई है। सरकार को चाहिए कि तुरंत ही इन नियमों को वापस करे। कैट ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग भी की है। अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है।
विदेशी ई कामर्स कंपनी पर हो कार्रवाई
कैट का कहना है कि विदेशी ई कामर्स कंपनी पर तत्काल ही कारर्वाई होनी चाहिए। इन कंपनियों द्वारा देश के नियमों का उल्लंघन करते हुए खुदरा व्यापार को प्रभावित किया जा रहा है। यह साफ भी हो गया है कि इन कंपनियों द्वारा काफी समय से नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।