रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा की पूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। कोरोना की वजह से इस बार बोर्ड परीक्षाओं में कई तरह की सतर्कताएं बरती जा रही है। माध्यमिक शिक्षा मंड़ल की ओर से लगातार गाइडलाइन भी जारी की जा रही है। माशिमं ने उत्तर-पुस्तिका को लेकर नया दिशा-निर्देश जारी किया है। वता दें कि 10 वीं व 12वीं कक्षा की परिक्षाऐं 15 अपैल से प्रारम्भ हो रही है। कोविड-19 कोरोना महामारी के ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक बोर्ड की मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के पृष्ठों की संख्या में बदलाव किया है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष परीक्षा में 20 पृष्ठ की मुख्य उत्तरपुस्तिका और आठ पृष्ठ की पूरक उत्तरपुस्तिका का प्रावधान किया गया है।
माशिमं के सचिव प्रो. वीके गोयल के जारी निर्देश के मुताबिक, 15 अप्रैल से शुरू होने वाले बोर्ड परीक्षाओं के लिए मुख्य उत्तर-पुस्तिका 20 पृष्ठ की होगी, जबकि 8 पृष्ठ की पूरक उत्तर-पुस्तिका का प्रावधान किया गया है। उत्तर-पुस्तिका में बदलाव करने का फैसला कोरोना के मद्देनजर किया गया है। विगत कुछ सालों की बात करें तो 32 पृष्ठ का उत्तर-पुस्तिका दिया जाता था।
सचिव प्रो. वीके गोयल ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए इस बार उत्तर-पुस्तिका का पैटर्न बदला गया है। पहले पृष्ठ पर छात्रों के नाम, रोल नंबर और विषय लिखा होता था लेकिन इस बार केवल कॉलम बनाकर उत्तर-पुस्तिका दी जाएगी। छात्रों को नाम, रोल नंबर व विषय स्वयं भरना होगा। डेटा बेस देर से तैयार होने के कारण बदलाव किया गया। बता दें कि 10वीं की परीक्षा 15 अप्रैल से शुरू होकर 1 मई तक चलेगी। वहीं, 12वीं की परीक्षा 3 मई से शुरू होकर 24 मई को समाप्त होगी।
वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर मंडल द्वारा छात्रहित में प्रत्येक विषय के चार असाइंमेंट की बाध्यता को शिथिल करते हुए तीन असाइंमेंट (50 प्रतिशत) की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है। इससे यह स्पष्ट है कि जो बोर्ड परीक्षार्थी प्रत्येक विषय में कम से कम तीन असाइंमेंट जमा नहीं करेंगे, वे मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए पात्र नहीं होंगे।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रत्येक विषय के विद्यार्थी के सर्वाधिक अंक वाले तीन असाइंमेंट के प्राप्तांकों के आधार पर 30 प्रतिशत अधिभार को आंतरिक मूल्यांकन के लिए मान्य किया जाएगा।
मुख्य परीक्षा परीक्षा में सैंद्धातिक अंकों के 70 प्रतिशत अंक लिखित परीक्षा (बाह्य परीक्षा) और सैंद्धातिक अंकों के 30 प्रतिशत अंक असाइंमेंट परीक्षा (आंतरिक परीक्षा) के आधार पर मान्य किए जाएंगे। छात्र को लिखित परीक्षा और असाइंमेंट परीक्षा के अंकों को जोड़कर सैंद्धातिक विषय में उत्तीर्ण की पात्रता होगी।