भोपाल / सामान्य जुकाम सर्दी – खांसी कोरोना वायरस का संकेत नहीं है। दरअसल कुछ समय पहले तक ब्रिटिश डॉक्टरों के एक समूह की दलील थी कि सामान्य जुकाम के लक्षणों को हल्के में नहीं लिया जा सकता, बल्कि कोरोना वायरस के संकेत के रूप में माना जाना चाहिए. हालाँकि अब एक नया नजरिया सामने आया है. भोपाल और जम्मू एम्स के अध्यक्ष वाई के गुप्ता के मुताबिक खांसी, बुखार और सामान्य जुकाम को कोरोना वायरस के संकेत के तौर पर नहीं माना जा सकता। उन्होंने साफ कर दिया कि खांसी, बुखार और जुकाम कोरोना वायरस के लक्षण नहीं है।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि सामान्य जुकाम कोरोना वायरस का 100 फीसद संकेत नहीं हो सकता है. उनके मुताबिक अब कोरोना संक्रमण ढलान पर हैं।हालाँकि इसका ये मतलब नहीं कि लोगों को सुरक्षा की चिंता करना छोड़ देना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों के लिए जरूरी है कि मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करें। देश में कोविड-19 के मामलों में गिरावट दर्ज होने के बावजूद डॉ. गुप्ता ने लोगों को आगाह किया कि इसका ये मतलब नहीं है कि खतरा खत्म हो गया है।
उधर साल भर पूर्व लंदन के डॉक्टरों और स्वास्थ्य से जुड़े चीफ मेडिकल वैज्ञानिकों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए जाने से पहले मरीजों को आमतौर पर विशिष्ट सामान्य जुकाम के लक्षण जैसे गले की खराश, बहती नाक और सिर दर्द का अनुभव होता है। लेकिन अब भारतीय विशेषज्ञ का ब्रिटिश डॉक्टरों से अलग नजरिया सामने आया है।