किसान आंदोलन को हिंसक बनाने वालों के खिलाफ जारी है कार्रवाई, ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में पहली गिरफ्तारी, बेंगलुरु से पर्यवारण एक्टिविस्ट दिशा रवि गिरफ्तार, एक दर्जन से ज्यादा NGO जाँच के घेरे में

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बेंगलुरु / किसान आंदोलन में हिंसक आग सुलगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है। ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट केस में आज सुबह जलवायु कार्यकर्ता की पहली गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपन की फॉउंडर मेंबर में से एक हैं। दरअसल किसान आंदोलन की हिंसक झड़प को लेकर 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने टूलकिट पर केस दर्ज किया था। अधिकारियों के मुताबिक दिशा रवि केस की एक कड़ी है। शुरुआती पूछताछ में दिशा ने बताया है कि इसने टूलकिट में कुछ चीजें एडिट की और फिर उसमें कुछ चीजें जोड़ी थी और उसे वायरल किया था। दिशा रवि से पूछताछ जारी है। हालाँकि इस मामले में FIR में किसी व्यक्ति का नाम नहीं था। पुलिस ने प्राथमिक सबूतों के आधार पर पहली गिरफ्तारी की है।

जानकारी के मुताबिक किसान आंदोलन के समर्थन में विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर हुए विवाद के बीच दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को ‘टूलकिट’ पर आईपीसी की धारा 124 A राजद्रोह, 153A धार्मिक आधार पर विभिन्न समूहों में द्वेष पैदा करने आदि, 153 और 120 B के तहत प्रकरण दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम प्रवीर रंजन ने बताया था कि एफआईआर में किसी व्यक्ति का नाम नहीं है। किसान आंदोलन के ट्वीट और टूलकिट पर जांच में खुलासा हुआ है कि ‘टूलकिट’ खालिस्तान समर्थक संगठन द्वारा तैयार की गई है। किसानों के प्रदर्शन के संबंध में सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाली ‘टूलिकट’ के क्रिएटर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

दरअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली थी. इस दौरान कई जगहों पर हिंसा की घटना हुई थी. इसके बाद आंदोलनकारियों के समर्थन में पहले पॉप स्टार रिहाना और फिर ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि ‘हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.’ इसके साथ ही उन्होंने टूलकिट ट्विटर पर शेयर किया था।

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