ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नहीं दिखाया जायगा आपत्तिजनक फिल्में और वेब सीरीज, सरकार से लेनी होगी इजाजत, जल्द ही लागू किए जाएंगे नए नियम, जानिए क्या है पूरा मामला

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दिल्ली / Netflix, Amazon prime Video, Hotstar समेत सभी ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर शिकंजा कसने जा रहा है। अब यह सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म एंटरटेनमेंट के नाम पर कुछ भी नही दिखा पाएंगे। मतलब आपत्तिजनक ऑनलाइन फिल्में और वेब सीरीज पर रोक लग सकती है। शिकायतों और सुझावों के मद्देनजर दिशानिर्देश तैयार किए जा चुके हैं और इन्हें जल्द ही लागू किया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह जानकारी दी।

 बताया जाता है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाई जाने वाली सामग्री को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं और इसके नियमन के बारे में सुझाव भी मिले हैं। इसे एक महत्वपूर्ण विषय बताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इसके संबंध में दिशानिर्देश तैयार किए जा चुके हैं और जल्द ही उन्हें लागू किया जाएगा।केंद्र सरकार की तरफ से ओटीटी प्लेटफॉर्म बेस्ड डिजिटल एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर निगरानी रखी जाएगी। केंद्र सरकार की तरफ से इस मामले में एक फैसला लिया गया है। ऐसे में ऑनलाइन फिल्में और वेब सीरीज सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन आएंगी। इस बारे में बीते सप्ताह आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया था। 

इससे पहले भाजपा के महेश पोद्दार ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान इंटरनेट बेहद उपयोगी ऑनलाइन मंच के रूप में उभरा है और मनोरंजन के लिए ओटीटी प्लेटफार्म की लोगों तक पहुंच बढ़ी है। उन्होंने कहा ‘‘लेकिन इसमें दिखाई जाने वाली सामग्री की भाषा आपत्तिजनक होती है। इस मंच का नियमन किया जाना चाहिए।’’इससे पहले प्रकाश जावड़ेकर ने बताया था OTT पर चलने वाले कुछ सीरियल के बारे में बहुत शिकायतें आई हैं उसका संज्ञान लिया गया है। OTT की फिल्म, कार्यक्रम, डिजिटल अखबार पर प्रेस काउंसिल, केबल टेलीविजन, सेंसर बोर्ड का कानून लागू नहीं होता था। इनके संचालन के लिए जल्द ही सुचारू व्यवस्था की घोषणा की जाएगी।

बीते दिनों सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, सुनील ग्रोवर, तिग्मांशु धूलिया की वेब सीरीज ‘तांडव’ को लेकर कूब विवाद हुआ था। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सरकार को भी इसमें दखल देना पड़ा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने तमाम शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एमजॉन प्राइम से इस पर जवाब मांगा था। इसपर आरोप था कि  ‘तांडव’ वेब सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया गया है।

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क्या होगा असर 

सरकारी आदेश के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे Netflix, Amazon Prime Video सीधे तौर पर फिल्मों और वेब सीरीज को रिलीज नही कर पाएंगे। ओटीटी प्लेटफॉर्म को बॉलीवुड फिल्मों की तरह सरकार से रिलीज से पहले इजाजत लेनी होगी। मतलब सरकार एकनो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करेगी। इसके बाद ही फिल्मों को रिलीज किया जा सकेगा। साथ ही सरकार की तरफ से फिल्मों की ग्रेडिंग की जा सकती है। मतलब किस उम्र के लोग कौन सी फिल्म देख पाएंगे। इसका पैमाना तय किया जा सकता है। इसके अलावा अगर सरकार चाहें, तो आपत्तिजनक सीन्स को हटा सकेगी। यह एक तरह से सेंसर बोर्ड की तरह काम कर सकता है। बता दें कि भारत में अभी तक ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए कोई नियम या फिर रूल रेग्यूलेशन नही मौजूद था। 

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कितना बड़ा है मार्केट

भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म का मार्केट काफी बड़ा है। एक अनुमान के मुताबिक मार्च 2019 के आखिरी तक भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म का मार्केट साइज करीब 500 करोड़ रुपये का था। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि 2025 तक भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म का कारोबार बढ़कर 4000 करोड़ रुपये का हो सकता है। रिपोर्ट की मानें, तो साल 2019 के आखिरी तक भारत में करीब 17 करोड़ ओटीटी प्लटेफॉर्म मौजूद थे।