रायपुर / रायपुर में पदस्थ छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के PRO के घर पर एक सम्पदा अधिकारी ने जमकर उत्पात मचाया। बीती रात शेख सिराजुद्दीन नामक यह शख्स राजेश नायडू के शंकर नगर स्थित घर पंहुचा था। इस व्यक्ति ने जानबूझकर उसके घर में मार- पीट की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद थाने पहुंचकर राजेश नायडू के खिलाफ ही फर्जी शिकायत दर्ज करा दी। उधर अकबर -बीरबल के राजनैतिक दबाव में रायपुर के सिविल लाइन थाने में पीड़ित को राहत देने के बजाये हमलावर के पक्ष में पुलिस खड़ी नजर आयी।
पुलिस कर्मियों ने राजेश नायडू की शिकायत को दरकिनार कर दिया। वही हमलावर शेख सिराजुद्दीन नामक सम्पदा अधिकारी की रिपोर्ट पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। घटना शंकर नगर स्थित आस्था अपार्टमेंट के सामने की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक हमलावर सम्पदा अधिकारी पूरी तैयारी के साथ छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारी नेता के घर पंहुचा था। मौके पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा है।
ये भी पढ़े : बड़ा खुलासा : मुन्ना भाइयों के बचाव के लिए CGPSC मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की शरण में, इस संवैधानिक संस्था ने फेस सेविंग के लिए जनसंपर्क संचालनालय का किया रुख, प्रतियोगी परीक्षाओं की वीडियोंग्राफी ना कराए जाने से फर्जीवाड़े का अंदेशा, हैरत में अभ्यर्थी, पीएससी चयनित सभी आवेदकों और भर्ती प्रक्रिया की जांच जरुरी, CGPSC के कदमों से नजर आने लगा दाल में काला, शंका की सुई एक कोचिंग सेंटर पर
बताया जाता है कि उत्पाती हमलावर और पीड़ित के बीच मारपीट भी हुई। इसके बाद पीड़ित नायडू घटना की शिकायत करने सिविल लाइन थाने पहुंचे थे। उधर थाने में पीड़ित के होने की खबर लगने के बाद हमलावर भी थाने पहुंच गया। उसने हाउसिंग बोर्ड के अकबर- बीरबल से फौरी सहायता मांगी। इसके बाद पुलिस का रुख पीड़ित के बजाये हमलावर के पक्ष में नजर आया। रायपुर रेंज के आला अधिकारियों को इस मामले की निष्पक्ष जाँच पर जोर देना चाहिए। दरअसल राजनैतिक दबाव में पुलिस का अँधा कानून सिर्फ कांग्रेस ही नही बल्कि खाकी वर्दी पर भी बदनुमा दाग है।
ये भी पढ़े : छत्तीसगढ़ में नौकरशाही सरकार पर हावी , जन प्रतिनिधियों के बजाए कमिश्नर , अपर आयुक्त और ओएसडी बने कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि , विवादित अफसरों ने मुख्यमंत्री के बेटे का थामा दामन , सामान्य प्रशासन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ाने में अफसर आगे , छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड अपने नए कारनामों को लेकर फिर सुर्ख़ियों में , देखे आमंत्रण पत्र
ख़बरों के मुताबिक संपदा अधिकारी मोहम्मद सिराजुद्दीन ने विभाग में पदस्थ पीआरओ राजेश नायडू पर 10 लाख रुपयों की अवैध वसूली की मांग का आरोप लगाया है। सिराजुद्दीन ने अपनी शिकायत में कहा है कि राजेश द्वारा अक्टूबर 2020 में भी जबरदस्ती बदनाम कर प्रमोशन रुकवा देने की धमकी देते हुए 10 लाख रुपयों की मांग की थी। उसका यह भी आरोप है कि राजेश नायर द्वारा प्रेस- मीडिया के माध्यम से बदनामी करवा देने की धमकी देकर अपने घर से कैंटीन जाते हुए उसकी गाड़ी के सामने अपनी गाड़ी अड़ाकर जबरदस्ती गाली- गलौच कर मारपीट की गई। जबकि राजेश नायडू के मुताबिक हाउसिंग बोर्ड में वे अकबर- बीरबल के जातिगत कार्ड का विरोध कर रहे है। इसलिए उनपर सुनियोजित हमला किया गया है।
ये भी पढ़े : CGPSC में फर्जीवाड़े को रफा-दफा करने के लिए नया फर्जीवाड़ा , मुन्नाभाइयों के सिर पर किसका हाथ ? सोशल मीडिया में परीक्षा से अनुपस्थित रहे अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका का हवाला देकर तस्वीर वायरल , फिर साजिश की बू
उधर सिविल लाइन थाने में मौजूद राजेश नायडू के मुताबिक हमलावर सिराजुद्दीन उन पर झूठे इल्जाम लगा रहा है।दरअसल छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने उसे करोड़ो के घोटाले में विभागीय जाँच में नामजद किया है। उनके मुताबिक आरटीआई के जरिये तमाम दस्तावेज पब्लिक प्लेटफार्म पर है। रोजाना कई पत्रकार घोटालों की जाँच को लेकर जानकारी के लिए ऑफिस आ रहे है। वे आरटीआई भी लगा रहे है। उन्होंने बताया कि हमलावर सिराजुद्दीन को अंदेशा है कि उनके द्वारा आरटीआई में जानकारी दी जा रही है। जबकि इसके लिए पृथक विंग है।
ये भी पढ़े : छत्तीसगढ़ में पुलिस महकमे की चर्चित विषकन्या के लिए जनसंपर्क विभाग की साख दांव पर लगा दी “मिस इन्फॉर्मेशन” ऑफिसर ने , पत्रकारों के खिलाफ स्थानीय और बाहरी का खेला दांव , जिम्मेदार अफसर की कार्यप्रणाली से सरकार की छवि धूमिल , हैरत में पत्रकार
उन्होंने बताया कि कमिश्नर खुद सिराजुद्दीन को पदोन्नति देने के लिए व्यक्तिगत तौर पर जुटे हुए है। ऐसे में वो उन पर झूठे आरोप लगा कर बदनाम कर रहा है। उन्होंने कहा कि 10 लाख की मांग का आरोप बेबुनियाद है, इसके कोई भी सबूत हो तो सिराजुद्दीन को पुलिस और जनता के सामने रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि अकबर -बीरबल की सुनियोजित साजिश के तहत उन पर हमला किया गया।
ये भी पढ़े : घटिया निर्माण कार्य के शिकार हुए आईएएस अधिकारियों की शिकायतों पर जब कोई कार्रवाई नहीं तो आम जनता की फरियाद सुने कौन ? आधा दर्जन पीड़ित आईएएस अधिकारियों की भी शिकायतें कचरे के ढेर में , कांग्रेस सरकार के राज में “मूक बधिर” छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के भ्रष्ट्राचार की खत्म ना होने वाली दास्तान पर लोक आयोग का डंडा , नोटिस जारी , देखे दस्तावेजी रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बगैर विवेचना राजेश नायडू के खिलाफ धारा 294, 323, 341, 384, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड में गहमा गहमी है। बताया जाता है कि सिराजुद्दीन इसके पूर्व महिलाओं से छेड़छाड़ और अन्य अपराधों को लेकर जेल की हवा खा चुका है। वर्तमान में उसके खिलाफ करोड़ो के घोटाले और साथी महिला सहकर्मी के साथ छेड़छाड़ का मामला महिला आयोग में लंबित है। कर्मचारियों को उम्मीद है कि पुलिस राजनैतिक दबाव में ना आकर निष्पक्ष कार्यवाही करेगी।