बिलासपुर / बिलासपुर में लूट की एक घटना ने उन 22 वारदातों के रहस्यों पर से पर्दा हटा दिया है जो आस – पास के जिलों में भी अंजाम दी गयी थी। पुलिस के हत्थे चढ़े इस गिरोह ने कबूल किया कि उनके साथी कई और वारदातों में शामिल रहे। पुलिस अभी भी इनसे राज उगलवाने में जुटी है। 25 जनवरी को बिलासपुर के सती श्री ज्वेलर्स में हुए गोलीकांड के आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद हुई पूछताछ में हैरत अंगेज खुलासे हुए है।
आरोपियों ने कबूल किया कि बिलासपुर, मुंगेली और जांजगीर चांपा जिले में उनके साथियों ने 22 अलग-अलग लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने एक अन्य आरोपी मोनू उर्फ करण को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि गिरोह में एक रिटायर्ड फ़ौजी भी है। इन वारदातों में शामिल इस फौजी की भी गिरफ़्तारी हुई है। उसका नाम दिनु उर्फ दिनेश बांधेकर बताया जाता है। उसे मुख्य आरोपी राजू कसेर के साथ गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि दिनेश बांधेकर (40 वर्ष) और राजे कसेर (39 वर्ष) अपने साथी मोनू उर्फ करण यादव (29 वर्ष) बिलासपुर में रहने वाले अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बाइक में बैठकर बैंक, पेट्रोल पम्प, शराब भट्ठी से पैसा ले जाने वाले लोगों की निगरानी करते है। रेंकी कर ये गिरोह लूट -पाट की घटना को अंजाम देता है।
बताया जाता है कि आरोपी दिनेश बांधेकर रिटायर्ड फौजी है | इसलिए वो पुलिस की गतिविधियों से अच्छी तरह से वाकिफ है। पुलिस की माने तो तीनों आरोपी एक ही बाइक में सवार होकर लूट की घटना को अंजाम देते थे। उसके मुताबिक सड़क पर जब तीन सवारी वाले लोगों की चेकिंग होती थी तो एक आरोपी उतरकर दूसरे किसी गाड़ी में बैठ जाता था। इस तरह वे पुलिस की निगाहों से बचते रहे।
ये भी पढ़े : छत्तीसगढ़ में अनियंत्रित कोयला उत्खनन से खदान धंसकने का अंदेशा, बड़ी आबादी खतरे में, जमीन धंसकने से दहशत, सड़कों पर बड़ी बड़ी दरारें, कई घरो में रत जगा तो कई लोग घर छोड़कर भागे, चिरमिरी में लोगो का हाल -बेहाल
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने 2019 से 2020 के बीच बिलासपुर, मुंगेली और जांजगीर चांपा जिला के क्षेत्रों में 22 लूट की वारदात घटित करना स्वीकार किया है | सकरी थाने में 4 लूट, कोटा क्षेत्र में 4 लूट, मस्तूरी 2, बिल्हा 1, चकरभाठा 4, तखतपुर 2, तारबाहर 1, अकलतरा 1 और लोरमी 3 लूट की वारदात शामिल है | इनके पास से लूटे गए 26 हजार रुपए बरामद किया गया है।