इन नवजात का क्या कसूर, मेडिकल कॉलेज के पीछे झाड़ियों में मिले दो नवजात शिशुओं के शव, वारिश की तलाश में जुटी पुलिस

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धर्मशाला / हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कालेज डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में आपातकालीन विभाग के पीछे झाड़ियों में 2 नवजात शिशुओं के शव मिलने का मामला सामने आया है |  यह दोनों शव उक्त स्थल पर कहां से आए, इसके बारे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है | मीडिया ने जब कालेज प्रशासन से इस बारे में पुछा कि शिशुओं के शव उक्त स्थल पर कहां से आए, तो मेडिकल कालेज प्रशासन से तुरंत कोई जवाब देने से बचते नजर आए। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में जैसे ही मामला आया तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई अमल में लाते हुए मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों को घटनास्थल पर भेज कर दोनों शव को बरामद करके पुलिस ने जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

विशेषज्ञ चिकित्सकों का मानना है कि इन नवजात शिशुओं के शवों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ये 24 से 27 सप्ताह के नवजात हो सकते हैं |  राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के आपातकालीन विभाग के पीछे झाड़ियों में पड़े शव अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर ये दोनों शव इस जगह पर कहां से आए |  क्या यह शव मेडिकल कॉलेज टांडा के कर्मियों की लापरवाही के चलते यहां फेंके गए हैं अथवा अभिभावकों द्वारा बच्चों की मौत हो जाने के बाद इन्हें यहां पर फेंका गया है | 

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इन नवजात के शवों के मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज टांडा के सुरक्षा कर्मियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है कि आखिर जब ये शव यहां पर फेंके गए तो ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी कहां पर थे |  इस संदर्भ में जब मेडिकल कॉलेज टांडा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि वह मामले की गहनता से जांच करवाएंगे कि आखिर ये शव इस स्थान पर कहां से आए |  उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच पुलिस को भी दी जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि उक्त नवजात शिशुओं के शव किसके हैं |