प्रापर्टी टैक्स अधिक आने के विरोध में बीजेपी पार्षद दल ने नगर निगम घेराव |

0
16

 
प्रापर्टी टैक्स अधिक आने के विरोध में बीजेपी पार्षद दल ने रायपुर नगर निगम दफ्तर का घेराव किया । उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति को 5 हजार पटाना था उसके यहां 15-20 हजार रुपये का बिल पहुंच गया है । पूर्व में जो संपत्तिकर पटाते थे उससे दो-तीन गुणा संपत्तिकर हो गया है । साथ ही शहर की समस्याओं को लेकर बीजेपी पार्षद नगर निगम मुख्यालय में महापौर के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर रहे हैं | इस दौरान अधिक संख्या में  बीजेपी पार्षद दल मौजूद थे और जीआईएस सर्वे को रद्द करने की मांग की है । नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर ने कहा कि शहर में समस्याओं का अंबार है, लेकिन महापौर कोई सुध नहीं ले रहे हैं, वो अपने में मस्त हैं |  निगम के द्वारा संपत्तिकर के निर्धारण के लिए घर एवं दुकानों का जीआईएस सर्वे कराया गया है |  मौजूदा समय मे निर्धारित संपत्तिकर एवं पूर्व के संपत्तिकर के बहुत अंतर है, जिसके कारण शहर के करदाता संशय में है |  करदाताओं को लग रहा है कि उनके खून पसीने की कमाई को निगम द्वारा लूटा जा रहा है | 

  


 पत्रकार के साथ हुए मारपीट के विरोध में पत्रकारों ने हेलमेट पहनकर किया न्यूज़ कवर   

           इस बीच वहां पहुंचे पत्रकारों ने बीजेपी पार्षद दल की हेलमेट पहन कर बाइट ली ।  आखिर ऐसी नौबत क्यों आन पड़ रही है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को अपनी रक्षा के लिए हेल्मेट पहनकर नेताओं के बीच न्यूज कवरेज के लिए जाना पड़ रहा है  |  ये समाज के लिए भी बेहद चिंताजनक है  न सिर्फ समाज के लिए बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी कि आखिर वे किस ओर जा रहे हैं और देश को ये कैसा लोकतंत्र देने की कोशिश कर रहे हैं |  पत्रकार पिछले दिनों भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार के साथ हुए मारपीट का विरोध कर रहे हैं और धरना-प्रदर्शन में बैठे हुए हैं ।

           दरअसल शनिवार को भाजपा ने हार के बाद जिला स्तरीय समीक्षा बैठक रखी थी |  जिसमें पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन बैठक शुरु होती इससे पहले ही पूर्व विधायक नंदे साहू और जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के बीच तू-तू मैं-मैं शुरु हो गई |  दोनों के बीच शुरु हुई तू-तू मैं-मैं का विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि नौबत हाथापाई तक आ गई |  इस दौरान वहां मौजूद एक न्यूज पोर्टल के पत्रकार सुमन पाण्डेय इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे |  पार्टी के भीतर मचे घमासान को कैद करते देख भाजपा नेताओं के हाथ-पैर ठंडे पड़ गए और इस कारगुजारी का वीडियो डिलीट करवाने के लिए पत्रकार पर ही पिल पड़े | भाजपा नेताओं ने सुमन पाण्डेय के साथ मारपीट की उनका मोबाइल छीनकर उसमें मौजूद वीडियों को डिलीट कर दिया |  सुमन पाण्डेय की रिपोर्ट पर जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल समेत 4 नेताओं के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया और उन्हें थाना से ही जमानत देकर रिहा कर दिया |