Ind vs Aus 4th Test : भारतीय टीम का ऐतिहासिक कारनामा, ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से दी मात, सीरीज 2-1 से की अपने नाम, ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ा टारगेट किया चेज

0
5

स्पोर्ट्स डेस्क / टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा 328 रन का टारगेट चेज किया और चौथा टेस्ट जीतकर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली। इससे पहले भारत ने 2003 के एडिलेड टेस्ट में 233 रन का सबसे बड़ा टारगेट चेज किया था।

मेजबान ऑस्ट्रेलिया 32 साल बाद ब्रिस्बेन में पहली बार टेस्ट हारी है। पिछली बार ब्रिस्बेन में नवंबर 1988 में वेस्टइंडीज ने उसे 9 विकेट से हराया था। 1988 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में 31 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 24 जीते और 7 ड्रॉ रहे। वहीं, भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर पहला टेस्ट जीता है। इस टेस्ट से पहले टीम इंडिया ने 6 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 5 हारे और एक ड्रॉ कराया।

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में शिकस्त दी है। इससे पहले भारत ने फरवरी 2017 और दिसंबर 2018 में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शिकस्त दी थी। टीम इंडिया ने पिछली बार 2018 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-1 से शिकस्त दी थी। गाबा में पहली बार किसी टीम ने 300+ रन का टारगेट चेज किया है। इससे पहले यहां सबसे बड़ा 236 रन का टारगेट चेज किया गया था। यह उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया ने ही नवंबर 1951 में हासिल की थी। तब मेजबान ने वेस्टइंडीज को 3 विकेट से हराया था।

ऋषभ पंत 89 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को मैच जिताया। साथ ही वे सबसे कम टेस्ट पारियों में एक हजार रन बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने पूर्व विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया। पंत ने 27 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि धोनी ने 32 पारी खेली थीं।

ये भी पढ़े : पर्यटकों को दिन में तारे नजर आए , सफारी के दौरान जब शेर ने जबड़ों से पीछे खींच ली गाड़ी  , जान जोखिम में नजर आने पर ड्राइवर ने दिखाई सूझबूझ , वीडियों देख आप भी पड़ जाएंगे हैरत में 

वही शुभमन चौथी पारी में फिफ्टी लगाने वाले सबसे युवा भारतीय ओपनर बन गए। उन्होंने पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। फिलहाल, शुभमन की उम्र 21 साल और 133 दिन है। वहीं, गावस्कर ने 21 साल और 243 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।