नई दिल्ली / देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कांग्रेस पर भ्रम फ़ैलाने का आरोप लगाया है | उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को वैज्ञानिकों पर भरोसा नहीं है | वो लोगों के बीच भ्रम फैला रही है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति के चलते कई लोग की जान जोखिम में है | हर्ष वर्धन ने दावा किया कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है , इसे पडोसी राज्यों को भी उपलब्ध कराया जा रहा है | उधर मनीष तिवारी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी और सरकार का कोई बड़ा नेता वैक्सीन लगाने के लिए सामने नहीं आया है | ऐसे में वैक्सीन की गुणवत्ता को लेकर सवालियां निशान लग रहा है | हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टीकाकरण की तारीफ करते हुए वैक्सीन को सुरक्षित बताया है |
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग की कि गरीबों को वैक्सीन मुफ्त लगाई जाए। कैप्टन ने लोगों से कहा कि वह वैक्सीनेशन से डरें नहीं, क्योंकि डॉक्टर कभी भी गलत टीका नहीं लगाते। सीएम ने कहा कि वह तो खुद भी टीका लगवाना चाहते थे, लेकिन केंद्र सरकार के निर्देशों के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहे। राज्य में पहले दिन 59 स्थानों पर टीकाकरण हो रहा है। यहांं 5,900 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे।
उधर वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि आज देशभर में कोरोना महामारी को हराने के लिए टीकाकरण शुरुआत हो चुकी है | इस दिन का सभी लोग लंबे समय से बेसब्री से इंतजार कर रहे थे | इस टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए मैं शुभकामनाएं देता हूं | उन्होंने कहा कि हमें साइंटिस्ट्स पर गर्व होना चाहिए | वैक्सीन के बाद भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए क्योंकि पूरे देश में वैक्सीनेशन में एक साल लग जाएगा | अगर लापरवाही हुई तो हमें तकलीफ आ सकती है | सरकार ने व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रखी |
इधर देश में कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के आगाज के साथ ही दिल्ली में एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया , बीजेपी सांसद महेश शर्मा , SII के सीईओ , नीति आयोग के अध्यक्ष डॉ वीके पॉल , मेदांता के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहान समेत कई महत्वपूर्ण लोगों ने वैक्सीन का टीका लगवाया | इस मौके पर एम्स डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया है और हमें पूरा विश्वास है कि यह एक सुगम कार्यक्रम होगा और हम बहुत बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण कर सकेंगे। जहां तक महामारी का संबंध है, इसके अंत की शुरुआत हो गई है। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि टीका सुरक्षित है। यह प्रभावोत्पादक है। हमें बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण करना है और इसलिए हम बहुत ज्यादा चूजी नहीं हो सकते हैं। हमें अपने शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और नियामक अधिकारियों पर विश्वास होना चाहिए।’
इधर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ‘कई प्रख्यात डॉक्टरों ने सरकार के साथ कोवैक्सिन की प्रभावकारिता और सुरक्षा के संबंध में सवाल उठाए हैं और कहा है कि लोग यह नहीं चुन पाएंगे कि उन्हें कौन सा वैक्सीन लेना है। यह सूचित सहमति के पूरे सिद्धांत के खिलाफ है। यदि वैक्सीन इतना सुरक्षित और विश्वसनीय है और वैक्सीन की प्रभावकारिता सवालों से परे है तो फिर यह कैसे हो सकता है कि सरकार के एक भी अधिकारी ने टीका नहीं लगवाया है क्योंकि ऐसा दुनिया भर के अन्य देशों में हो चुका है?’