नई दिल्ली /भारत आज यानी शनिवार को कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रहा है | इस अभियान की शुरुआत 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से होगी | पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना टीकाकरण अभियान को लॉन्च करेंगे | टीकाकरण अभियान के पहले चरण में देशभर के लगभग 3 करोड़ कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी | इस अभियान के साथ ही पीएम मोदी CoWIN ऐप भी लॉन्च करेंगे | केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 3006 सेशन साइट्स लॉन्च के दौरान कार्यक्रम से वर्चुअल तरीके से जुड़ी होंगी | लॉन्च के बाद पहले दिन ही हर सेशन साइट पर लगभग 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी | पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जानी है, इनमें इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसके कर्मचारी भी शामिल हैं |
एक टीकाकरण केंद्र पर टीकाकरण के लिए 5 लोगों की एक टीम तैनात की गई है | इस बीच प्रधानमंत्री टीकाकरण के शुभारंभ के अवसर पर देश के अन्य राज्यों की तरह, महाराष्ट्र के कूपर अस्पताल, मुंबई और जालना जिला अस्पतालों में टीकाकरण सत्र की जानकारी लेंगे | दोनों स्थानों पर टेलीविजन संचार प्रणाली स्थापित की गई है | प्रधानमंत्री के हाथों सुबह होने वाले शुभारंभ के वक्त राज्य के सभी 285 केंद्रों पर वेबकास्ट की व्यवस्था की गई है | केंद्र सरकार की योजना है कि पहले दिन देशभर की 2,934 सेशन साइट्स पर लगभग 3 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी जाए | इस योजना के तहत सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को देश की कोरोना वैक्सीनेशन मुहिम को कोविड-19 के अंत की शुरुआत बताया था | इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील करते हुए भारत में ही मैन्यूफेक्चर की जा रही वैक्सीन पर भरोसा करने के लिए कहा था |
केंद्र सरकार ने इस वैक्सीनेशन प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिए CoWIN ऐप भी लॉन्च किया है | स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वैक्सीनेशन के अगले चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा | इस दौरान 50 साल से कम उम्र के उन लोगों को भी टीका लगाया जाएगा, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं | देशभर के वैक्सीनेशन प्रोग्राम को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय CoWIN से ट्रैक करेंगे, जिसके जरिए वैक्सीन के स्टॉक्स की जानकारी और स्टोरेज किए जाते वक्त का तापमान और वैक्सीन लगवाने वाले शख्स को ट्रैक किया जा सकेगा | इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए इस मुहिम को देशभर में अलग-अलग स्तरों पर सफल बनाने में मदद मिलेगी |
देशभर के कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर पर हर जिले के स्वास्थ्यकर्मियों ने ड्राई रन किया था | भारत के ड्रग रेगुलेटरी संस्थान ने कोरोना की दो वैक्सीन को एप्रूवल दिया था | पहली पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड, जिसे एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है और दूसरी कोवैक्सीन, जिसे हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने ICMR और NIA के साथ मिलकर विकसित किया है | केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि CoWIN सॉफ्टवेयर, कोरोना महामारी और वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह के सवाल का जवाब देने के लिए 1075 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है | ये हेल्पलाइन नंबर सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे सक्रिय रहेगा | मंत्रालय ने बताया है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन के 1.65 करोड़ डोज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों के आधार पर बांटे जा चुके हैं |