मुंबई / मुंबई में मकर संक्रांति के रंग में उस समय भंग पड़ गया जब पतंग पकड़ने के चक्कर में एक 10 साल के मासूम बच्चे की गोबर के ढेर में फंस जाने की वजह से मौत हो गई | पुलिस ने इस मामले में एडीआर दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है। मारे गए मासूम का नाम दुर्वेश था जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। दुर्वेश मकर संक्रांति के दिन पतंग पकड़ने के लिए दौड़ा था और इसी दौरान ऐसा हादसा हुआ कि उसकी जिंदगी की डोर ही कट गई।
जानकारी के मुताबिक, कांदिवली इलाके में रहने वाला दुर्वेश जाधव गुरुवार को मकर संक्रांति के दिन हो रही पंतगबाजी को लेकर काफी उत्साहित थी और इस दौरान जब एक पतंग को पकड़ने की कोशिश कर रहा था तो वह दौड़ते हुए घर के पास मौजूद एक तबेले तक पहुंच गया जहां गोबर का ढेर लगा हुआ था। जाधव ने देखा कि गोबर के ढेर में एक पतंग पड़ी है और वह बिना किसी खतरे को भांपते हुए वहां कूद गया लेकिन जैसे ही कूदा तो गोबर में धंसता हुआ चला गया। इस दौरान दुर्वेश मदद के लिए भी चिल्लाया।
तबेले के बगल में निर्माणाधीन इमारत में काम करने वाले कुछ लोगों ने दुर्वेश को देखा और दूसरों को सतर्क किया। स्थिति यह थी कि कोई भी उस इलाके में नहीं जा सकता था जहां गोबर रखा हुआ था क्योंकि यह घातक हो सकता था। यहां तक कि मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड भी वहां नहीं घुस सकी। जब तक रेस्क्यू टीम वहां पहुंचती तब तक दुर्वेश जाधव पूरी तरह से गाय के गोबर के अंदर डूब चुका था।निर्माणाधीन बिल्डिंग और क्रेन से मजदूरों की मदद से जाधव को बाहर निकाला गया। जाधव को अस्पताल ले जाया गया जहां जाने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। कांदिवली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फिलहाल एडीआर दर्ज कर ली है और यदि आवश्यक हुआ तो पुलिस जांच के अनुसार वे लापरवाही का मामला भी दर्ज कर सकती है।