रायपुर / छत्तीसगढ़ का पीएचई विभाग एक बार फिर सुर्ख़ियों में है | हाल ही में इस विभाग में करोड़ों के भ्रष्ट्राचार को लेकर विभागीय मंत्री और शासन की जमकर किरकिरी हुई थी | आखिरकर कैबिनेट को लगभग 10 हजार करोड़ के टेंडर निरस्त करने पड़े थे | इस दौरान ENC के खिलाफ कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद बताये जा रहे है | एक बार फिर उनकी कार्यप्रणाली को लेकर सवालियां निशान उठ रहा है | इस बार मामला नया है | खबर है कि बुधवार को ENC साहब ने प्रदेश भर के कई ठेकेदारों और जिलों में पदस्थ इंजीनियरों को मुख्यालय में हाजिर होने का न्यौता भेजा है | इसमें जरूरतमंदो को उनके इलाकों में बोरिंग खुदवाने के लिए हाथों हाथ अनुमति दिए जाने की खबर है |
यह भी बताया जा रहा है कि इसके लिए 8 फीसदी की कमीशन की रकम तय कर दी गई है | बताया जा रहा है कि राज्य सरकार गर्मी के दस्तक देने के पूर्व ग्रामीण इलाकों में नलकूप खनन और नलकूपों के रखरखाव को लेकर तैयारियों में जुट जाती है | लेकिन इस बार इन कार्यों के लिए टेंडर निविदा अभी तक आमंत्रित नहीं की गई है | उधर फरवरी माह में बजट लेप्स होने का हवाला देकर कुछ ठेकेदारों ने सक्रियता दिखाई है | नतीजतन सभी जिलों से इंजीनियरों को रायपुर बुलावा भेजा गया है |
खबर है कि इस मामले को लेकर भी विभाग के सामने नई समस्या मुंह बाएं खड़ी है | दरअसल अचानक न्यौता भेजे जाने से की इंजिनियर आशंका जाहिर कर रहे है कि एक हाथ लो एक हाथ दो वाली कार्यप्रणाली कही उनके गले की फ़ांस ना बन जाए | उधर हमारे संवाददाता ने मामले की हकीकत जानने के लिए ENC से संपर्क किया | लेकिन कोई प्रति उत्तर प्राप्त नहीं हुआ |