लखनऊ / यूपी के बुलन्दशहर जिले में जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत हो गयी। जबकि अन्य सात की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौके पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत आबकारी विभाग के कई अधिकारी पहुंच गए हैं। इस मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी दिक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पूरी को निलंबित किया गया है | साथ ही मामले में तीन लोगों को भी हिरासत में लिया गया है |
दरअसल सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से कई लोग बीमार हो गए, जिसमें आज चार लोगों की मौत हो गई है | इसके अलावा 15 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है |
ग्रामीणों का आरोप है कि शराब और आबकारी विभाग की सांठगांठ से जहरीली शराब बेची जा रही थी | घटना के बाद शराब माफिया कुलदीप फरार है | डीएम रविंद्र कुमार ने कहा कि चार लोगों की मौत हो गई है और 15 लोगों की हालत खराब है | हमारी प्राथमिकता इन 15 लोगों की जिंदगी को बचाने की है | कुछ ग्रामीणों का कहना है कि यह सभी लोगों ने शराब पी थी, इसके बाद इनकी हालत बिगड़ गई | मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जिससे पता चल सके कि मौत के पीछे की वजह क्या है | बुलंदशहर की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के आदेश दिए हैं |
दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं | वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौक़े पर जाकर हर पीड़ित को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया गया है | साथ ही दोषी डिस्टीलरी के ख़िलाफ भी कठोरतम कार्रवाई का आदेश दिया गया है |इससे पहले यूपी के अलग अलग जिलों लखनऊ, मथुरा और फिरोजाबाद में जहरीली शराब से कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। अभी कुछ दिनों पहले प्रयागराज जिले के फूलपुर के अमिलिया गांव में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की और नवम्बर महीने में लखनऊ के बंथरा क्षेत्र में जहरीली षराब पीने सात लोगों की मौत हुई थी । जबकि इसके पहले सितम्बर में जहरीली शराब के सेवन से मेरठ और बागपत में सात लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी तरह बागपत जिले में पिछले दो दिन में पांच लोगों की मौत हुई थी। हालांकि जहरीली शराब पीने से मौतें होने की घटनाओं पर लखनऊ और फीरोजाबाद जिले के आबकारी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाया गया था। इन मामलो में प्रयागराज की फूलपुर तहसील में जहरीली शराब से मौत के मामले में जिला आबकारी अधिकारी सहित चार लोगों को निलंबित किया गया था। पर इतनी कार्रवाई के बाद विभाग के अधिकारियों में लोगों की जान माल की कोई परवाह नहीं है और अक्सर यूपी में इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं।