भोपाल / मध्य प्रदेश गृह विभाग में सचिव IAS अफसर मसूद अख्तर की कोरोना संक्रमण के चलते आज मौत हो गई। उन्हें सुबह 8 बजे हार्ट अटैक आया था | डाक्टरों की टीम जब उन्हें वेंटिलेटर पर ले जाने लगी , इसी दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। अख्तर भोपाल के नेशनल अस्पताल में महीने भर से भर्ती थे। भर्ती होने के कुछ दिनों बाद ही उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी | उन्हें लंग्स इंफेक्शन भी हुआ था। हालांकि तीन दिन पहले उन्हें कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी | फिर भी संक्रमण के असर से वे बच नहीं सके।
मसूद अख्तर मध्य प्रदेश के पहले आईएएस अफसर हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई है। इससे पहले कोरोना से डॉक्टर्स, पुलिसकर्मी और हेल्थ वर्कर्स की मौतें दर्ज की गई हैं। इधर, मध्य प्रदेश में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में कोरोना के 844 नए मामले सामने आए थे। वहीं, भोपाल में 158 नए मामले मिले थे, जबकि 2 की मौत हो गई थी।
अख्तर के दोस्त आईएएस अफसर राजीव शर्मा ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- ‘डॉ. मसूद अख्तर अब नहीं रहे। अभी थोड़ी देर पहले उन्होंने भोपाल के नेशनल अस्पताल अंतिम सांस ली। वे मेरे अग्रज, सच्चे मित्र और सहृदय मनुष्य थे। सफल अधिकारी तो थे ही. उनका जाना मुझे अकेला कर गया।’
अख्तर के एक अन्य मित्र आईएएस अधिकारी रमेश भंडारी ने बताया कि वह छतरपुर और सीधी के कलेक्टर रहे हैं। उनके नाम छतरपुर में लंबे समय (4 साल अधिक) तक कलेक्टर रहने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंदौर की अहिल्याबाई यूनिवर्सिटी से एलएलएम की पढ़ाई की थी। वह 1986 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। उनकी पत्नी अंजू दुबे अख्तर और एक 8 वर्षीय बेटा है।