नई दिल्ली / सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को आरटी-पीसीआर जांच कराकर अपने साथ कोविड -19 नेगेटिव होने का प्रमाणपत्र लाना होगा | त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड के अध्यक्ष एन वासु ने कहा कि 26 दिसंबर से यहां आ रहे श्रद्धालुओं को अपने साथ आरटी-पीसीआर प्रमाणपत्र लेकर आना होगा और यह जांच 48 घंटे से पहले नहीं कराई गई होनी चाहिए | यह निर्णय केरल हाई कोर्ट के हाल के निर्देश को देखते हुए लिया गया है |
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उधर, दुनियाभर से श्रद्धालु शिरडी में स्थित साईं बाबा मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यहां श्रद्धालुओं की संख्या इतनी हो जाती है कि मंदिर प्रशासन को इसे संभालने में कठिनाई होने लगती है। वहीं, मंदिर में श्रद्धालुओं बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने अब दर्शन के लिए पहले से बुकिंग अनिवार्य कर दिया गया है |केरल हाई कोर्ट ने सबरीमला मंदिर के लिए रोजाना तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाकर 5000 कर दी है | यह मंदिर 26 दिसंबर को मंडाला पूजा के बाद बंद हो जाएगा और फिर 31 दिसंबर को मकरविलक्कू पूजा के लिए खुलेगा |
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शिरडी के प्रसिद्ध साई बाबा मंदिर की बात करें तो वहां श्रद्धालुओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए दर्शन के लिए अब पूर्व बुकिंग अनिवार्य कर दिया गया है | मंदिर न्यास के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि कोरोना महामारी के बीच दर्शन के लिए मंदिर को फिर से खोल दिया गया, जिसके बाद शुरूआत में रोजाना करीब 6,000 श्रद्धालु आ रहे थे लेकिन अब 15,000 श्रद्धालु पहुंच रहे हैं |
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सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भीड़ और बढ़ जा रही है | मंदिर ट्रस्ट ने कहा, मंदिर प्रतिदिन अब अधिकतम 12,000 श्रद्धालुओं को कोविंद -19 के दिशानिर्देशों के पालन के साथ आने की अनुमति दे सकता है | दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं के बीच एक दूसरे से दूरी बनाए रखने पर अधिक बल दिया जाएगा | इसलिए श्रद्धालुओं को अब पूर्व बुकिंग करने के बाद ही आना चाहिए एवं उसके लिए दर्शन पास ऑनलाइन उपलब्ध है | ’’ उन्होंने कहा कि 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को इस महामारी के दौर में दर्शन के लिए नहीं आना चाहिए |