नई दिल्ली / कांग्रेस आलाकमान के शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक के न्यौते को लेकर दिल्ली की राजनीति गरमाई हुई है। 10 जनपथ से मिलने वाले न्यौते के इंतज़ार में वे 23 नेता भी शामिल है, जिन्होंने हाल ही में सोनिया गाँधी को पत्र लिखकर पार्टी आलाकमान के कामकाज पर उंगलियां उठाई थी। सोनिया गांधी ने शीर्ष नेताओं की जो बैठक शनिवार को बुलाई है, उसमे कुछ बड़े नाम शामिल है। जबकि इस बैठक में वो पार्टी के उन असंतुष्ट नेताओं से भी मुलाकात करेंगी, जिन्होंने चार महीने पहले उन्हें चिट्टी लिखकर CWC बैठक में ही पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। गाँधी परिवार के करीबी नेताओं का कहना है कि पार्टी में अंदरूनी घमासान को रोकने और नए अध्यक्ष के चुनाव की चुनौतियों का हल निकालने के लिए यह बैठक बुलाई गई है। उनके मुताबिक शनिवार को होने वाली बैठक में चिट्ठी लिखने वाले सारे 23 नेता बैठक में शामिल नहीं होंगे बल्कि पांच से छह नेताओं से कांग्रेस अध्यक्ष मिलेंगी। इसके अलावा कांग्रेस के बाकी वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल होंने का न्यौता भेजा जा रहा है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सबसे प्रमुख एजेंडा कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर है। पार्टी अध्यक्ष का चुनाव जनवरी महीने के अंत तक होना है, जिसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह दी थी कि उन्हें खुद पार्टी के उन असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं से मिलना और उनकी नाराजगी दूर करनी चाहिए। लिहाजा कुछ असंतुष्टों को भी बुलावा भेजा गया है।

दरअसल कांग्रेस में एक गुट राहुल गांधी को दोबारा से अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहा है | जबकि दूसरा आम सहमति के जरिए ही पार्टी नया अध्यक्ष के चुनाव पर जोर दे रहा है। यही नहीं तीसरा गुट गांधी परिवार से बाहर किसी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की बात कर रहा है। ये गुट इतना ही नहीं, पार्टी अध्यक्ष के साथ कांग्रेस संगठन के लिए चुनावी प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग कर रहा है।

कांग्रेस के अंदर इस वक्त और ज्यादा हालात बिगड़ गए है। नाराज होकर चिट्ठी लिखने वाले नेताओं को गाँधी परिवार के करीबी नेताओं ने जब निशाने पर लिया तो उनकी नाराजगी और बढ़ गई। अभी भी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ऐसे में सोनिया गांधी के द्वारा बुलाई गई यह बैठक कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव और पार्टी में घमासान को थामने के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। सूत्र बता रहे है कि इस बैठक में छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नेतृत्व को लेकर भी राहुल गाँधी अपने विचार साझा कर सकते। बैठक में उनकी राय को तवज्जों मिलना लाजमी माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अशोक गहलोत और टीएस सिंहदेव को दिल्ली बुलावा मिल सकता है। इन्हे नई जवाबदारी मिलने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक अशोक गहलोत को कोषाध्यक्ष और टीएस सिंहदेव को राष्ट्रीय महासचिव बनाये जाने पर भी मुहर लग सकती है।इसके अलावा नए साल में 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
