नई दिल्ली / उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने वोडाफोन आइडिया और भारतीय एयरटेल के खिलाफ किसान आंदोलन की आड़ में उनके खिलाफ झूठे प्रचार का आरोप लगाया है। रिलायंस जियो ने इस संबंध में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण से लिखित शिकायत की है। इन टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग भी की है। वहीं वोडाफोन आइडिया और भारतीय एयरटेल ने जियो के आरोपों को खारिज करते हुए इसे ‘बेबुनियाद’ करार दिया है।
10 दिसंबर को Reliance Jio ने एक पत्र में Airtel और Vodafone Idea पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि दोनों कंपनियों ने एक धारणा बनाई है कि रिलायंस- जो रिटेल ऑपरेशन भी चलाता है, सितंबर में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए तीन नए कृषि कानूनों से लाभ प्राप्त करने के लिए खड़ा है। यानि Reliance Jio का आरोप है कि प्रतिदंविदी कंपनियां यह अफवाह फैला रही हैं कि नए कृषि कानूनों से Reliance Jio को फायदा होगा।
Reliance Jio ने टेलीकॉम रेगुलेटरी भारतीय प्राधिकरण को लिखे पत्र में कहा, ‘हम एक बार फिर से आपके ध्यान में लाएंगे कि ग्राहकों की धारणा को प्रभावित करने के लिए प्रतियोगियों के झूठे प्रचार के परिणामस्वरूप, हमें बड़ी संख्या में पोर्ट आउट अनुरोध मिल रहे हैं।’ इसके साथ ही यह भी इस गलत प्रचार के खिलाफ जल्द से जल्द कोई सख्त कदम उठाया जाएगा। हालांकि, सामने आई रिपोर्ट के अनुसार Airtel और Vodafone Idea पर उन पर लगे इस आरोप खारिज कर दिया है।
Bharti Airtel ने एक बयान में कहा, ‘हम इस आधारहीन आरोप को जोरदार तरीके से नकारना चाहते हैं।’ Bharti Airtel ने यह भी कहा कि कंपनी अपने प्रतिद्वंद्वियों और भागीदारों के साथ सम्मान का व्यवहार करती है। वहीं Vodafone Idea ने कहा ‘हम नैतिकता के साथ व्यापार करने में विश्वास करते हैं और Reliance के आरोप निराधार थे।’ बता दें कि कृषि क्षेत्र के नियंत्रण के खिलाफ किसान लगभग तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं जो उन्हें सरकार द्वारा विनियमित थोक बाजारों से परे खरीदारों को उपज बेचने की अनुमति देगा, जहां उत्पादकों को न्यूनतम कीमत का आश्वासन दिया जाता है।