रिपोर्टर – शैलेंद्र कुमार द्विवेदी
अंबिकापुर / छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर मिशनरीज अक्सर हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर रहते है | बावजूद इसके धर्म परिवर्तन की घटना आम है | ताजा मामला अंबिकापुर के रामानुजगंज का है | यहाँ कुछ आदिवासी परिवारों के घरों से हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियों और पूजा सामग्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया | इसके बाद इन लोगों को क्रिश्चियन बनाये जाने के लिए कुछ मिशनरीज सामने आये | इन्होने उनका धर्म परिवर्तन कराने के लिए जमकर कवायत की | इस बीच धर्म परिवर्तन की खबर लोगों के बीच फैली | देखते ही देखते इलाके में तनाव फ़ैल गया | बवाल मचते ही पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की | इस दौरान गैर क़ानूनी गतिविधि में लिप्त 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है | पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया | जहाँ से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है |
रामानुजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पुरनाडीह में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है | पुलिस ने इनके पास से धर्म परिवर्तन में उपयोग की जानकारी वाली सामग्री जप्त की है | प्राप्त जानकारी के अनुसार आकाश गुप्ता द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बृजलाल लकड़ा निवासी बिजयनगर ,अरविंद लकड़ा निवासी लावा , विकास काकड़ा निवासी वर्मा तथा संजू टोप्पो निवासी आरही द्वारा पुरानडी घर पर आकर 25-30 लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है | अमानीगंज पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना उच्च अधिकारी को दी तथा प्राप्त मार्गदर्शन में टीम के साथ पुनराडीह पहुंच चारों आरोपी को हिरासत में ले लिया | गिरफ्तार आरोपी के पास से धर्म परिवर्तन में उपयोग की जाने वाली साउंड सिस्टम तथा संबंधित दस्तावेज को जप्त कर लिया गया है | आरोपी द्वारा लोगों को जबरन दूसरा धर्म अपनाने पर जोर दिया जा रहा था | पुलिस ने आरोपियों को धारा 295 ए भादवी छठ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 1968 की धारा 3,4 के तहत न्यायालय में पेश किया गया जहां से आरोपियों को जेल भेज दिया गया |