30 नवंबर को चंद्र ग्रहण, साल के आखिरी चंद्र ग्रहण पर ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल त्रिपाठी की राय, भारत में  इसका कितना होगा असर ?

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नई दिल्ली / तीन दिन बाद साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को पड़ रहा है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ रहे इस चंद्र ग्रहण को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता दिखाई दे रही है | पंडित अनिल त्रिपाठी के मुताबिक ये चंद्र ग्रहण एक उपछाया ग्रहण होगा। उन्होंने बताया कि चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर शुरू होगा और शाम 5 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो जायेगा | उनके मुताबिक ये चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि को रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में होगा।

त्रिपाठी ने बताया कि साल का आखिरी चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। लेकिन भारत में यह नहीं दिखाई देगा। उनके मुताबिक चंद्र ग्रहण के शुरु होने से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है | उन्होंने बताया कि चूँकि यह चंद्र ग्रहण एक उपछाया ग्रहण है और ये भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा |

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पंडित अनिल त्रिपाठी ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि शास्त्रों में उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण नहीं माना जाता है। इसलिए ना तो यहां सूतक काल माना जाएगा और ना ही किसी तरह के कार्यों पर कोई पाबंदी होगी। उन्होंने बताया कि नक्षत्र और राशि में लगने का असर जातकों पर जरूर पड़ेगा। ये ग्रहण वृषभ राशि में लगेगा इसलिए वृषभ राशि के जातकों को ग्रहण काल के दौरान कुछ परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है।