पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पूर्व ममता बनर्जी के कई विधायक और नेता बीजेपी में शामिल होने की तैयारी में, आधा दर्जन से छोड़ी पार्टी, टीएमसी में अंदरूनी कलह और बगावत ने पकड़ा जोर, बागी मंत्री सुवेंदु ने दिया इस्तीफा, कई और विधायकों के इस्तीफे की खबर

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कोलकाता / पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को चुनाव से पहले तगड़ा झटका मिला है | कई महीने से विद्रोही रुख अपना चुके परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नरेट के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। टीएमसी ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए उनका इस्तीफा स्वीकार कर उनकी जगह सांसद कल्याण बनर्जी को तत्काल प्रभाव से नया चेयरमैन नियुक्त कर दिया है। हालाँकि सुवेंदु अधिकारी के पास अब भी मंत्री पद के अलावा सिंचाई विभाग का भी चार्ज मौजूद है। उधर टीएमसी में भगदड़ की स्थिति देखी जा रही है | करीब आधा दर्जन विधायक टीएमसी छोड़ बीजेपी का दामन थामने की तैयारी में है | टिकट मिलने का पक्का वादा मिलने के बाद ये सभी विधायक टीएमसी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो सकते है |

उधर हालात को संभालने के लिए मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने खुद को राज्य के सभी जिलों का इकलौता पार्टी ऑब्जर्वर घोषित कर दिया है। इससे नाराज होकर ही सुवेंदु के द्वारा इस्तीफा दिए जाने की खबर है | करीबी सूत्रों के मुताबिक, कई जिलों में ऑब्जर्वर की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सुवेंदु अधिकारी को ममता का ऑब्जर्वर बनना पसंद नहीं आया है।सुवेंदु पिछले कई महीने से पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। वे बिना पार्टी के झंडे व बैनर के विभिन्न जिलों में रैलियां आयोजित कर रहे है | उन्होंने कई दिनों से राज्य कैबिनेट की बैठकों में भी हिस्सेदारी नहीं लिया है |

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सुवेंदु अपने गृह जिले पूर्वी मिदनापुर के अलावा पश्चिमी मिदनापुर, बांकुरा, पुरुलिया, झारग्राम और बीरभूम जिले के कुछ भागों में करीब 35 से 40 विधानसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं। ऐसे में अगले साल अप्रैल-मई में संभावित विधानसभा चुनावों में उनकी भूमिका टीएमसी के लिए घातक साबित हो सकती है | हालाँकि टीएमसी पिछले रास्ते से उन्हें मनाने की कोशिश में भी जुटी है | इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ सांसद सुदीप बंदोपध्याय और सांसद सौगत राय को सौंपी गई है, जो सुवेंदु के साथ दो बार वार्ता कर चुके हैं। लेकिन अभी तक वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। उधर सुवेंदु की बीजेपी से बढ़ रही नजदीकियां चर्चा का विषय बनी हुई है |