छत्तीसगढ़ के इस जिले में प्रधानमंत्री आवासों का हाल बेहाल,कहीं घटिया निर्माण तो कहीं छत ही उड़ा दिए गए,क्या प्रशासन कार्यवाही करेगा ,या,केन्द्र शासन तक पहुंचेगी आवाज,अव्यवस्था को देख समाज सेविकाओं को लेनी पड़ रही जवाबदारी

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रिपोर्टर-रफीक खांन

सुकमा – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला में गरीबों को दिए जाने वाले पक्की छत वाले मकान एक जुमलेबाजी गरीब परिवारों के लिए साबित हो रही है । यहाँ ऐसे कई परिवार है जिनकी  स्थिति दयनीय है ऐसे कुछ पंचायतों में गरीबों के सपनों के आशियानों को कमाई का जरिया बना कर इसमें भष्ट्राचारी किया जा रहा है । सवाल यह है कि देश के प्रधानमंत्री के दावे एवंम प्रशासनिक व्यवस्था इसे कितना सही साबित कर रही हैं । देखने व समझने की आवश्यकता है । सुकमा जिला के ऐसे अनेक पंचायतों में यह खेल विगत कई वर्षों से चल रहा है । जिनकी हार्दिक स्थिति तोड़ी ठीक है तथा जो इस निर्माण की परिभाषा को समझते है। उनके मकाने तो अच्छी बन रहें है । और जो पक्की छत एवंम प्रशासनिक आंकलन जानते नहीं समझते नहीं उनके साथ यहाँ बड़ा धोखा, घोटाला किया जा रहा है ।



ऐसा ही एक मामला सुकमा जिले के छिन्दगढ़ विकासखण्ड में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लापरवाही तौर पर देखा जा रहा है।इसी कड़ी में ताजा मामला सामने आया है । ग्राम पंचायत बकुलाघाट का जहां पर ग्रामीणों के बुलावे पर पहुंची । समाज सेविका अधिवक्ता दीपिका शोरी ने ग्राम भ्रमण के पश्चात बताया । की बकुलाघाट के कलार पारा की लगभग 65 वर्षीय बेवा हिड़मे को 2016-17 में पीएम आवास के अंतर्गत मकान स्वीकृत हुआ था । परन्तु पंचायत की लापरवाही के कारण उसका यह मकान शासकीय मापदंड के अनुसार न बनाकर बहुत ही छोटा बना दिया गया है ।

जिसमे यदि एक बड़े चारपाई को रखा जाए तो वो भी शायद नहीं आ पायेगा । इनके दो बच्चे भी हैं जिनकी शादी नहीं हुई है । वो अपने बच्चों के साथ अपने पुराने कच्चे मकान में ही रह रहीं हैं । जो बरसात के दिनों में रहने लायक नहीं था । साथ ही उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि विधवा हिड़मे के मकान के साथ साथ क्षेत्र में बहुत से आवास अधूरे पड़े हुए हैं । जो बने है वो भी सही मापदण्ड में नहीं बनाया गया है । जिसकी जांच करते हुए उचित मापदंड में निर्माण किया जाने की आवश्यकता है । भाजपा समर्पित सुश्री दीपिका ने अधूरे मकान के सम्बंध में विधवा हिड़मे से बात की तो उसने कहा मेरा मकान बहुत ही छोटा बना दिया गया है । व आधे में सीट भी नहीं डाला गया है इसी वजह से मैं इस मकान में रहने नहीं आ रही हूँ ।

विदित हो कि क्षेत्र में आ रही पीएम आवास योजना में शिकायत मिलने पर समूर्ण विकासखण्ड के पीएम आवास के हितग्राहियों की सूची लेकर समाज सेविका अधिवक्ता दीपिका शोरी लगातार ग्रामीणों के बीच जाकर । उनके आवास की स्तिथि जानकर उस आवास की वर्तमान हालात को प्रशासन के सम्मुख रख रही है । जिसके कारण बहुत से आवास आज पूर्ण होने के कगार पर है । जिसमे डोलेरास, पालेंम,कुमाकोलेंग में बन रहे आवास इसके उदहारण स्वरूप देखे जा सकते हैं ।

हिड़मे के आवास के सम्बंध में सुश्री दीपिका छिन्दगढ़ के सीईओ सीएल देवांगन से बात की जिस पर उन्होंने जांच कर उचित कार्यवाही करने की बात कही । कुछ इस तरह ही अन्य विकास खंड के ग्राम पंचायतों में भी देखने को मिल रहा है । जहाँ लोगों के पक्के क्षत ही गायब कर दिए गये हैं ।