पटना / बिहार में आज विधानसभा स्पीकर का चुनाव से पहले सियासी घमासान शुरू हो गया है और इसके केंद्र में हैं लालू यादव। लालू यादव पर आरोप है कि वे जेल में रहते हुए एनडीए के विधायकों को फोन लगा रहे हैं और उन्हें सरकार गिराने के लिए लालच दे रहे हैं। भाजपा नेता सुशील मोदी ने यह आरोप लगाया था साथ ही जिस मोबाइल से लालू ने फोन लगाया था, उसका नंबर भी जारी किया। इस बीच, बुधवार सुबह यह घमासान तब और बढ़ गया जब लालू का एक कथित ऑडियो जारी हुआ | इस ऑडियो में वो सरकार गिराने के लिए बीजेपी विधायक को प्रलोभन दे रहे हैं। आरोप है कि लालू ने भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन किया और कहा कि वे आज होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के दौरान सदन से गैर हाजिर रहें। यदि वे ऐसा करते हैं और आगे चलकर आरजेडी (यूपीए) की सरकार बन गई तो उन्हें मंत्रीपद दिया जाएगा। हालांकि आरजेडी ने इस कथित ऑडियो को फर्जी बताते हुए कहा है कि भाजपा मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है।
ऑडियो में लालू का सहायक विधायक के नंबर पर फोन लगाता है। विधायक के पीए द्वारा फोन उठाऐ जाने पर कहता है कि रांची से माननीय लालू प्रसाद यादवजी बात करेंगे। जब विधायक कॉल पर आते हैं तो लालू पहले बधाई देते हैं और फिर कहते हैं कि आज विधानसभा से ऐब्सन्ट हो जाओ। कह दो कि कोरोना हो गया है। हम इस सरकार को गिरा देंगे और फिर तुम्हारा ख्याल रखेंगे। तुम्हें मंत्री बना देंगे।
इस पर विधायक ने कहा कि वे पार्टी से जुड़े हैं, तो लालू करते हैं, स्पीकर हमारा हो जाएगा तो हम ख्याल रख लेंगे। आखिरी में विधायक फोन बंद करते है तब भी लालू कहते हैं कि ऐब्सन्ट हो जाओ। भाजपा कह रही है कि लालू यादव जीवन की आखिरी सियासी पारी के लिए यह दांव खेल रहे हैं। यदि कल से नीतीश सरकार को कुछ होता है तो लालू ही जिम्मेदार होंगे।
सुशील मोदी ने भी इस कथित ऑडियो को ट्वीट करते हुए कहा, ‘लालू यादव ने दिखाई अपनी असलियत लालू प्रसाद यादव द्वारा NDA के विधायक को बिहार विधान सभा अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में मतदान करने हेतु प्रलोभन देते हुए।’ इससे पहले सुशील मोदी ने कहा था, ‘लालू राजग विधायकों को रांची से टेलीफोन कॉल कर रहे हैं और मंत्री पद का वादा कर रहे हैं। मैंने जब फोन किया तो सीधे लालू ने फोन उठाया। मैंने कहा कि जेल से इस प्रकार के गंदे खेल मत खेलिए, आपको सफलता नहीं मिलेगी।’