नई दिल्ली / सोनिया गांधी के अति करीबी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का निधन हो गया। अहमद पटेल एक महीने पूर्व कोरोना वायरस से संक्रमित थे। उनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। बता दें कि अहमद पटेल ने 1 अक्टूबर को खुद ट्वीट करके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं, जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं मैं उन सभी से आग्रह करता हूं कि वे खुद को आइसोलेट कर लें।
फैसल पटेल ने ट्वीट कर मौत की जानकारी साझा की
यह जानकारी उनके बेटे फैसल पटेल ने ट्वीट कर साझा की है। उन्होंने लिखा है कि ‘बहुद दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मेरा पिता अहमद पटेल का निधन 25 नवंबर की सुबह 3.30 बजे हुआ। करीब महीने भर पहले वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ती गई। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। मैं सभी शुभचिंतकों से प्रार्थन करता हूं कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉट का पालन करें।’ गौरतलब है कि अहमद पटेल अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि 18 नवंबर को अहमद पटेल की पुत्री ने यह जानकारी साझा की थी कि उनके पिता की सेहत में सुधार हो रहा है। पटेल की पुत्री मुमताज ने एक ऑडियो संदेश के माध्यम से यह जानकारी दी थी।
गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर में पैदा हुए अहमद पटेल का राजनीतिक करियर काफी लंबा है। पटेल तीन बार लोकसभा सांसद और पांच बार राज्यसभा सदस्य रहे। पटेल पहली बार 1977 में लोकसभा सांसद बने। भरूच संसदीय सीट से वह चुनाव लड़े और विजयी हुए। 1980 के लोकसभा चुनाव में वह फिर भरूच संसदीय सीट से चुनाव लड़े और विजयी हुए। 1984 के लोकसभा चुनाव में वह फिर निर्वाचित हुए। 1993 से अहमद राज्यसभा सदस्य थे। 2001 से वह सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार है। वह सोनिया गांधी के बेहद करीबी रहे।