छत्तीसगढ़ में कोरोना वाकई नियंत्रण में है , या फिर अनियंत्रित ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री की हुई बैठक में कोरोना नियंत्रण का झूठा दावा किया गया पेश ?  रायगढ़ कलेक्टर ने नाईट कर्फ्यू का आदेश जारी कर सरकार के दावों पर लगाया सवालियां निशान , बवाल के बाद आदेश स्थगित होने की खबर , देखे नाईट कर्फ्यू का आदेश     

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रायपुर / छत्तीसगढ़ में कोरोना वाकई नियंत्रण में है , या फिर उसके नियंत्रण का झूठा दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री की हुई बैठक में किया गया है  | दरअसल मंगलवार शाम रायगढ़ जिले के कलेक्टर भीम सिंह ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर नाईट कर्फ्यू का आदेश जारी किया है | इसके पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में कोरोना की स्थिति के नियंत्रण का दावा पेश कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया था कि छत्तीसगढ़ में हालात काबू में है | लेकिन रायगढ़ में नाईट कर्फ्यू के एलान के बाद मुख्यमंत्री के दावे पर उंगलियां उठने लगी है | प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अर्थात सोमवार रात्रि आठ बजे तक 2601 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि होने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2 लाख 25 हजार 497 हो गई है। वहीं ​अब तक 2 लाख 825 स्वस्थ हुए हैं। नए मरीज मिलने और डिस्चार्ज होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 21 हजार 926 हो गई है। वही प्रदेश में अब तक 2746 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री एक ओर जहां प्रधानमंत्री को प्रदेश में कोरोना के नियंत्रित होने की जानकारी दे रहे है , वही दूसरी ओर रायगढ़ कलेक्टर का नाईट कर्फ्यू लगाने का आदेश उनके दावों की पोल खोल रहा है | हालांकि मंगलवार को संक्रमितों के ताज़ा आंकड़ों को लेकर सरकार की ओर से अभी मेडिकल बुलेटिन सामने नहीं आया है | इस बीच रायगढ़ में नाईट कर्फ्यू के एलान से बवाल मच गया है | जब प्रदेश के इस जिले में संक्रमण की गति उफान पर है , और नाईट कर्फ्यू के लिए प्रशासन को कदम उठाना पड़ा है , ऐसे में अन्य जिलों की स्थिति भी विचारनीय नजर आ रही है | फ़िलहाल कलेक्टर के नाईट कर्फ्यू के एलान से मचे बवाल के बाद इसे स्थगित करने की खबर आ रही है |  
 

पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में भूपेश बघेल ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं। प्रतिदिन 23 हजार टेस्टिंग की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहले कोरोना का संक्रमण नही था। बाद में कुछ बढ़ा है। यहां मितानिनों ने कोरोना संक्रमण रोकथाम में अच्छा कार्य किया है। अस्पतालों में आक्सीजन की सुविधा वाले बेड और आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि की गई है। सभी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर की सुविधा है। टेस्टिंग के लिए चार नये लैब स्थापित किए गए हैं। माह अक्टूबर के बाद कोरोना के नये केसो में गिरावट हुई है। कोरोना के केसो में 50 प्रतिशत की कमी आई है। टेस्टिंग में कोई कमी नही की गई है। उन्होंने बताया कि माह जुलाई में प्रदेश में पाजिटीव केस 4 प्रतिशत थे, अगस्त में 8 प्रतिशत, सितम्बर में 15 प्रतिशत, अक्टूबर में 10.5 प्रतिशत, नवम्बर में 7 प्रतिशत मिले हैं। माह अक्टूबर-नवम्बर में मृत्युदर एक प्रतिशत रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरूआत में छत्तीसगढ़ के कोरोना के केस बहुत कम थे, लेकिन अन्य राज्यों से आने वालों के कारण संक्रमण बढ़ा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लॉट लगाए जाएंगे।