रायपुर / छत्तीसगढ़ में सनसनी मचाने वाले इनकम टेक्स-ईडी के छापों के बाद अब छापामार दल ने एक बार फिर रायपुर का रुख किया है | यह दल पीओ किये गए प्रकरणों की सील खोलकर उन्हें अपने कब्जे में ले रहा है | बताया जाता है कि इसी कड़ी में अफसरों की टीम बैंकों से लेकर पीओ की गई आलमारियों की खाक छान रहा है | जानकारी के मुताबिक छापामार दल को इस बार कुछ खास हाथ नहीं लगा है | चार्टड एकांउंटेंट कमलेश जैन और संजय संचेती के लॉकरों के खाली पाए जाने की खबर है | यही नहीं अन्य ठिकानों से भी इस टीम को कोई सनसनीखेज या महत्वपूर्ण सामाग्री मिलने की सूचना नहीं मिली है |
हालांकि पीओ और लॉकरों के खुलने के बाद बरामद की गई सामग्री को लेकर आयकर-CBDT की ओर से अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है | इस बीच आयकर टीम को बस्तर के ख़ास चावल खिलाये जाने का मामला राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है | खास चावल परोसने वाले का दावा है कि टीम के कुछ सदस्यों ने स्वाद लेकर जगदलपुरी चावल खाया | ये चावल इतना स्वादिष्ट बताया गया कि उसका स्वाद लेने के लिए कई अफसरों ने भी दिलचस्पी दिखाई है | चावल का लुफ्त कितना कारगर साबित होगा , यह तो वक्त ही बताएगा |
बहरहाल पिछले चार दिनों से इनकम टेक्स की टीम रायपुर में डटी हुई है | इस टीम ने बैंक ऑफ़ इंडिया और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया समेत अन्य ठिकानों में चार्टड एकाउंटेंट के लॉकरों और पीओ की गई आलमारियों को खंगाला है | दरअसल फरवरी माह में सीज की गई आलमारियों में कैद दस्तावेजों की भी अब पड़ताल शुरू किये जाने की भी खबर है | बताया जा रहा है कि सील की गई आलमारियों में रखे गए दस्तावेज आयकर टीम ने अपने कब्जे में लिया है | बताया जाता है कि दिल्ली से रायपुर पहुंची आयकर टीम अब CBDT के प्रेस नोट को प्रमाणित करने के लिए तमाम दस्तावेज की पड़ताल करने में जुटी है | खबर है कि खोदा पहाड़ निकली चुहियाँ जैसे हालातों का सामना छापामार दल को करना पड़ रहा है |
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार के चुनिंदा अफसरों के ठिकाने में इसी साल फरवरी माह में इनकम टेक्स-ईडी की टीम ने छापेमार कार्रवाई की थी | इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया , आबकारी विभाग के OSD एपी त्रिपाठी , वरिष्ठ आईएएस अनिल टुटेजा , पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांड समेत सरकार से जुड़े अन्य कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश दी गई थी | CBDT के प्रेस नोट के मुताबिक इस छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेजों , बेनामी संपत्ति की जानकारी समेत 150 करोड़ से अधिक के लेन-देन का दावा किया गया था | फ़िलहाल मौजूदा कार्रवाई को लेकर CBDT और आयकर टीम की ओर से अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है |